भोपाल।इस वर्ष एमपी झांकी की थीम “विकास का मूल मंत्र – आत्मनिर्भर नारी” है. झांकी एमपी की प्रगतिशील नारी शक्ति पर केन्द्रित है। हर क्षेत्र में एमपी की नारी आर्थिक आत्मनिर्भरता हासिल कर रही है। आज प्रदेश की बेटियां खेत-खलिहान से लेकर विमान उड़ाने में अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रहीं हैं। 75 वां रिपब्लिक […]
भोपाल।इस वर्ष एमपी झांकी की थीम “विकास का मूल मंत्र – आत्मनिर्भर नारी” है. झांकी एमपी की प्रगतिशील नारी शक्ति पर केन्द्रित है। हर क्षेत्र में एमपी की नारी आर्थिक आत्मनिर्भरता हासिल कर रही है। आज प्रदेश की बेटियां खेत-खलिहान से लेकर विमान उड़ाने में अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रहीं हैं।
इस साल 26 जनवरी को देश अपना 75वां रिपब्लिक डे मनाएगा। कर्तव्य पथ विभिन्न टुकड़ियों द्वारा की जा रही फुल ड्रेस परेड रिहर्सल के दृश्य सुबह-सुबह देखे जा सकते हैं. Republic Day के मौके पर परेड के साथ ही साथ सबसे विभिन्न राज्यों की झांकी का दर्शन भी होता है। आजादी के अमृत महोत्सव और अमृतकाल आजादी के में ‘आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झांकी हिंदुस्तान की…’ गाना काफी प्रासांगिक हो जाता है. कर्तव्य पथ पर निकलने वाली राज्यों की झांकियों में प्रदेश की झांकी का चयन किया गया है।
26 जनवरी 2024 को देश की राजधानी नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर राज्यों की सांस्कृतिक वैभव और विकास को दर्शाने वाली झांकियों में एमपी की झांकी विशेष आकर्षण का केन्द्र होगी। इस साल एमपी के झांकी की थीम “विकास का मूल मंत्र – आत्मनिर्भर नारी” है. झांकी मध्यप्रदेश की प्रगतिशील नारी शक्ति पर केन्द्रित है. हर क्षेत्र में एमपी की नारी आर्थिक आत्मनिर्भरता हासिल कर रही है। आज प्रदेश की बेटियां खेत-खलिहान से लेकर विमान उड़ाने में अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रहीं हैं।
गणतंत्र दिवस की भव्य झांकी में प्रदेश की आत्मनिर्भर हो रही नारी की आत्मविश्वास और प्रतिभा के दर्शन होंगे। झांकी के अग्रभाग में भारतीय वायुसेना की पहली महिला फाइटर पायलट और प्रदेश की बेटी अवनी चतुर्वेदी लड़ाकू विमान के प्रतिरूप के साथ दिखेंगी। इसके बाद स्व-सहायता समूह की एक महिला कलाकार मटके पर चित्रकारी करते नजर आयेंगी। दूसरे मध्य भाग में बादल महल गेट चंदेरी की प्रतिकृति होगी एवं विश्व विख्यात महेश्वरी, चंदेरी, बाग प्रिंट साड़ियों को तैयार करने वाली बुनकर महिलाएं साड़ियों के एक प्रतीकात्मक प्रदर्शनी काउंटर के साथ विक्रय के लिए खड़ी दिखाई देंगी.
झांकी के आसपास प्रदेश के स्थानीय अंचल मालवा के लोकगीत की धुन पर मटकी लोक-नृत्य करती महिलाएं साथ चलती दिखाई देंगी, जो प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को Represent कर रही है.
बता दें, 26 जनवरी को कर्तव्य पथ से लेकर INDIA गेट तक सुंदर झांकियां भी निकाली जाती हैं। झांकियां निकालने के लिए राज्यों को सबसे पहले रक्षा मंत्रालय से अप्रूवल लेना होता है। उसके बाद कई चरणों की प्रक्रिया के बाद अप्रूवल मिलता है। तब जाकर कोई राज्य अपनी झांकी निकाल पाता है। आम तौर पर लोग दूर से ही झांकी को देख पाते हैं. क्योंकि उसके करीब जाने की इजाजत नहीं होती.
बता दें, इडिया गेट में काफी भीड़ होती है जिस कारण सभी झांकियों को क्लियर नहीं देख सकते है। लेकिन दिल्ली में जगह है इनकम टैक्स ऑफिस क्षेत्र यानी के पास गणतंत्र दिवस की परेड के बाद सभी झांकियां यहीं पर लाई जाती हैं। यानी कि अगर किसी को पास से झांकी देखनी हो तो वह इस जगह जाकर झांकियां को करीब से देख सकता है।