भोपाल. मध्य प्रदेश से एक बार फिर शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. एमपी के छतरपुर में एक दलित को मैला लगाने का मामला सामने आया है. हैरानी की बात तो ये है कि पीड़ित इस मामले को लेकर पंचायत में पहुंचा तो उसे न्याय मिलने के बजाय जुर्माना भुगतना भरना पड़ा. इस […]
भोपाल. मध्य प्रदेश से एक बार फिर शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. एमपी के छतरपुर में एक दलित को मैला लगाने का मामला सामने आया है. हैरानी की बात तो ये है कि पीड़ित इस मामले को लेकर पंचायत में पहुंचा तो उसे न्याय मिलने के बजाय जुर्माना भुगतना भरना पड़ा. इस मामले को लेकर कांग्रेस भाजपा सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से लेकर कमलनाथ तक ने शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला है.
जानकारी के अनुसार छतरपुर जिले के महाराजपुर थाना के अंतर्गत ग्राम पंचायत बिकौर में नाली निर्माण का कार्य चल रहा था. इसी दौरान हंसी-मजाक के बीच मैला खिलाने का मामला सामने आया. मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने गंदे काम को अंजाम देने बाले शख्स के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट जैसी धाराओं के तहत मामला दर्ज करते हुए तुरंत कार्रवाई की है.
छतरपुर के बिकौर गांव में देशराज अहिरवार और रामकृपाल पटेल के बीच हंसी-मजाक चल रहा था. पहले देशराज अहिरवार ने रामकृपाल पटेल को नहाते वक्त शैंपू की जगह ग्रीस लगा दिया. इसके बाद रामकृपाल पटेल गुस्से में आ गया और उसने देशराज अहिरवार पर मैला फेंक दिया. इसके साथ ही गाली गलौज करते हुए जाति सूचक शब्दों से संबोधित किया. फिर पीड़ित न्याय के लिए पंचायत पहुंचा.
इस मामले को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा सरकार पर हमला बोला है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में एक महीनें में ही दलित-आदिवासी अत्याचार की दूसरी बेहद निंदनीय व पीड़ादायक वारदात हुई है, जो मानवता को शर्मसार कर देने वाली है. उन्होंने एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला दिया है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा, हर दिन बाबासाहेब अंबेडकर जी के सामाजिक न्याय के सपने को चूर-चूर कर रही है.
वहीं कमलनाथ ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि प्रदेश के छतरपुर में एक दलित व्यक्ति के ऊपर मल लगा देने की घटना अत्यंत घृणित है। ऐसी घटनाएं सभ्य समाज के माथे पर कलंक है। ऐसे कृत्यों से मध्य प्रदेश का नाम कलंकित होता है. इसके पूर्व सीधी में आदिवासी समुदाय के व्यक्ति पर पेशाब करने की घटना से भी प्रदेश को शर्मसार होना पड़ा था। मध्य प्रदेश में भाजपा के 18 साल के कुशासन में दलित और आदिवासियों पर अत्याचार चरम पर हैं। समय आ गया है जब दलित और आदिवासियों के प्रति ऐसी मानसिकता रखने वाली सोच को खत्म किया जाए और मध्य प्रदेश में दलित और आदिवासियों को उनका संवैधानिक सम्मान दिलाया जाए