भोपाल। प्रदेश में ठंड के जोर पकड़ने के साथ ही रैन बसेरों में सोने वालों की संख्या बढ़ गई है। नगर निगम के अधिकारी यहां पर ठंड से बचने के लिए सारी सुख-सुविधा होने का दावा करते है, लेकिन सच्चाई इससे बिल्कुल परे हैं। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह रैन बसेरों का जायजा लेने पहुंचे तो […]
भोपाल। प्रदेश में ठंड के जोर पकड़ने के साथ ही रैन बसेरों में सोने वालों की संख्या बढ़ गई है। नगर निगम के अधिकारी यहां पर ठंड से बचने के लिए सारी सुख-सुविधा होने का दावा करते है, लेकिन सच्चाई इससे बिल्कुल परे हैं। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह रैन बसेरों का जायजा लेने पहुंचे तो उन्हें सच्चाई का पता चला।
जब कलेक्टर कौशलेंद्र हमीदिया स्थित रैन बसेरा पहुंचे, तो वहां उन्होंने देखा कि ठंड से बचने के लिए रजाई नहीं बल्कि पतले कंबल रखे हुए है। कलेक्टर ने लोगों के लिए रजाई का इंतजाम करने को कहा। इसके बाद वह पास में बने सुलभ शौचालय गए, जहां टॉयलेट में गंदगी देखकर वह नाराज हुए। कलेक्टर ने निगम के अधिकारियों को हिदायत दी कि सड़कों पर सोने वाले लोगों को समझाकर देकर रैन बसेरों में शिफ्ट किया जाए।
कलेक्टर ने यह भी कहा कि रैन बसेरों में ठंड से बचाव के लिए रजाई-गद्दों समेत सभी तरह के इंतजाम उपलब्ध होने चाहिए। यहां आने वाले लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो। अधिकारी रोज इन रैन बसेरों का निरीक्षण करें ताकि लोगों को दिक्कत न हो। वहीं ईंटखेड़ी के घासीपुरा में आयोजित इज्तिमा की तैयारियों का भी कलेक्टर कौशलेंद्र ने निरीक्षण किया। उन्होंने आयोजन स्थल का दौरा कर व्यवस्थाओं की जायजा लिया। साथ ही संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने साफ- सफाई, यातायात प्रबंधन, चिकित्सा सुविधा, सुरक्षा व्यवस्था और पानी की आपूर्ति की खास तरह से जांच की। उन्होंने यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि लाखों व्यक्तियों की उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी व्यवस्थाएं समय से पूरी की जाए।