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MP Weather: एमपी में अल नीनो की वजह से थमा था मानसून, अब फिर बदलेगा मौसम

भोपाल. मौसम विभाग ने बुधवार को एक अच्छी खबर सुनाई है। प्रदेश में पिछले कई दिनों से थमा बारिश का दौर 3 सितंबर के बाद फिर शुरू हो सकता है। प्रदेश के कई हिस्सों में अच्छी बारिश होने का अनुमान जताया जा रहा है। मौसम वैज्ञानिकों ने जानकारी देते हुए कहा कि सितंबर महीने के […]

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  • August 31, 2023 5:42 am IST, Updated 1 year ago

भोपाल. मौसम विभाग ने बुधवार को एक अच्छी खबर सुनाई है। प्रदेश में पिछले कई दिनों से थमा बारिश का दौर 3 सितंबर के बाद फिर शुरू हो सकता है। प्रदेश के कई हिस्सों में अच्छी बारिश होने का अनुमान जताया जा रहा है। मौसम वैज्ञानिकों ने जानकारी देते हुए कहा कि सितंबर महीने के पहले हफ्ते में नई मौसम प्रणाली एक्टिव हो सकती हैं। जिस कारण जबलपुर और शहडोल संभाग के जिलों में जबरदस्त बारिश हो सकती है।

मौसम वैज्ञानिकों ने दी जानकारी

वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। कई हिस्सों में बूंदाबांदी हो सकती है। राजधानी भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर में मौसम स्थिर रहेगा, लेकिन कहीं-कहीं बादल डेरा डाल सकते हैं। नई मौसम प्रणालियों के सक्रिय होने के कारण 3 सितंबर से बारिश का सिलसिला तेज हो सकता है।

बुधवार को प्रदेश में हुई हल्की बूंदाबांदी

हालांकि बुधवार को प्रदेश के किसी भी हिस्से में अच्छी बारिश दर्ज नहीं हुई। मौसम विभाग ने अपने बुलेटिन में बताया कि गुरुवार यानी आज भी प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश होने का अनुमान है। रीवा, सागर, चंबल, ग्वालियर और शहडोल संभाग में मामूली बौछार पड़ सकती हैं। इसके अलावा जबलपुर, उज्जैन, इंदौर, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग में भी हल्की बूंदाबांदी हो सकती है.

प्रदेश में एक्टिव होगा मौसम तंत्र

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अभी पाकिस्तान और राजस्थान के ऊपर एक पश्चिमी डिस्टरबेंस सक्रिय है। इस कारण उत्तर भारत के भागों में तेज हवाएं चल रही हैं। यही मौसम तंत्र सितंबर के पहले हफ्ते में प्रदेश में सक्रिय होगा, जिससे एक बार फिर अच्छी बारिश का अनुमान जताया जा रहा है। इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवर्ती मौसम तंत्र बन सकता है। इसके असर की वजह से मानसूनी ट्रक रेखा में भी बदलाव होने की आशंका है.

कम बारिश चिंता का विषय

मध्य भारत में इस बार हुई कम बारिश चिंता का विषय भी बनी हुई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले 100 सालों में कभी ऐसा नहीं हुआ कि अगस्त के महीने में इतनी कम बारिश देखी गई हो। 1918 यानी 105 साल पहले ऐसा ही मौसम सामने आया था। तब कम बारिश हुई थी। इस बार अल नीनो के प्रभाव के कारण अगस्त महीने में कम बारिश रिकॉर्ड हुई है.


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