भोपाल। एमपी में भी सर्दी की वृद्धि होने लगी है। उत्तर भारत की ओर से चल रही सर्द हवा से ठिठुरन बढ़ा रही है। लोगों को ठंड से बचने के लिए कई गर्म कपड़े पहनने पड़ रहे हैं। बीते दिन की सुबह घना कोहरा छाया रहा। दोपहर में भी वातावरण में ठंडक थी। शाम होते […]
भोपाल। एमपी में भी सर्दी की वृद्धि होने लगी है। उत्तर भारत की ओर से चल रही सर्द हवा से ठिठुरन बढ़ा रही है। लोगों को ठंड से बचने के लिए कई गर्म कपड़े पहनने पड़ रहे हैं। बीते दिन की सुबह घना कोहरा छाया रहा। दोपहर में भी वातावरण में ठंडक थी। शाम होते ही पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवा ने रात के मौसम में ठिठुरन बढ़ा दी।
ठिठुरन से बचने लोग गर्म कपड़े पहने और रजाई में छुपके दिखे। वायु की गुणवत्ता बेहतर रखने नगर निगम ने एक फैसला लिया है। उसने कहा कि इस बार ठंड से बचने के लिए आग नहीं जलाई जाएगी। सर्दियों में 100 दिवसीय वायु गुणवत्ता प्रोग्राम को बेहतर बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है। आग जलाने से उसने से कई हानिकारक गैसे निकलीत है जो वायु को प्रदूषित बनाती है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे के दौरान रात के न्यूनतम तापमान में कमी आने को लेकर अनुमान जताया गया है।
तापमान 7-8 डिग्री सेल्सियस तक नीचे जा सकता है। हालांकि दिन का तापमान 27 डिग्री के आसपास बने रहेगा। क्षेत्रीय मौसम कार्यालय की माने तो वर्तमान में पश्चिमोत्तर क्षेत्र में जेट स्ट्रीम हवा बह रही है। जेट स्ट्रीम ऊपर की ओर बहती है और उस स्तर पर हवा और दबाव में परिवर्तन आता है। वहीं हिमालयीन क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी से जबलपुर समेत संभाग में उत्तरी हवा का आगमन हो रहा हैं, जिससे वातावरण में ठंड का असर बढ़ गया है। नगर निगम ने शहर में संचालित आठ रैन बसेरा में हीटर रखने का फैसला लिया है।
इन रैन बसेरा में बिजली स्वचालित हीटर से ठंड से चा जाएगा। अधिकांश बेसहारा लोग रैन बसेरा में ही रहा करते हैं। इसके अतिरिक्त निगम ने नागरिकों से अपील की है कि बेवजह ठंडे में बाहर ना घूमे। रैन बसेरों में पर्याप्त कमरे और गर्म रजाई-गद्दे की व्यवस्था की गई हैं। वह बिना किसी परेशानी वहीं आराम से सो सकते हैं। निजी कॉलोनी में जो लोग आग जलाते हैं, वे हीटर का उपयोग करें।