भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने लव जिहाद पर सख्त कदम उठाने का फैसला लिया है। सीएम मोहन यादव ने कहा है कि सरकार राज्य की धरती पर ‘जिहाद या लव जिहाद’ बर्दाश्त नहीं करेगी। ऐसा करने पर अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। प्रदेश में अपराधियों के लिए जगह नहीं राजधानी भोपाल के […]
भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने लव जिहाद पर सख्त कदम उठाने का फैसला लिया है। सीएम मोहन यादव ने कहा है कि सरकार राज्य की धरती पर ‘जिहाद या लव जिहाद’ बर्दाश्त नहीं करेगी। ऐसा करने पर अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।
राजधानी भोपाल के एक कॉलेज की 3 लड़कियों के साथ बलात्कार और ब्लैकमेल करने का मामला दर्ज किए जाने के कुछ दिनों बाद सीएम यादव का यह बयान सामने आया है। आरोपियों ने अपनी पहचान छिपाकर इस घटना को अंजाम दिया। सीएम यादव ने कहा कि सुशासन के लिए मशहूर मध्य प्रदेश में अपराध और अपराधियों की कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा, “जो कोई भी अपराध करेगा, उसे अपराध करने की सजा मिलेगी। हमारी सरकार राज्य की धरती पर किसी भी तरह के जिहाद को बर्दाश्त नहीं करेगी।
जो भी इस कृत्य में शामिल पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह राज्य के अंदर हो या राज्य से बाहर। मध्य प्रदेश पुलिस उसे पकड़कर सजा देगी। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने लड़कियों को फंसाकर उनके साथ बलात्कार किया था। इस रैकेट की जांच के लिए एक खास जांच दल (SIT) का गठन किया गया है। दो आरोपियों को पोक्सो और मध्य प्रदेश धर्म स्वतंत्रता अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है, वहीं एक अन्य फरार है।
पुलिस के मुताबिक एक निजी कॉलेज का पूर्व छात्र फरहान अली उर्फ फराज ने 2 साल पहले अपनी धार्मिक पहचान छिपाकर नाबालिग लड़की को अपने प्रेमजाल में फंसाया। उसने कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया और उसका वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। फराज के दो दोस्तों ने इसी तरह दो अन्य लड़कियों को भी अपना शिकार बनाया। घटना 18 अप्रैल को सामने आई जब पहली पीड़िता ने बाग सेवनिया पुलिस थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने बताया कि दर्ज शिकायत में पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने उसे अपने दोस्तों से अपनी सहेलियों को मिलवाने के लिए कहा था। उन्होंने पहले उसका यौन शोषण किया और उसका वीडियो रिकॉर्ड किया। वीडियो रिकॉर्ड करने के बाद उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। जांचकर्ताओं के मुताबिक जांच आगे बढ़ने पर पीड़ितों और आरोपियों की संख्या बढ़ सकती है।