Advertisement
  • होम
  • अध्यात्म
  • आज है चैत्र पूर्णिमा, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और लाभ

आज है चैत्र पूर्णिमा, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और लाभ

भोपाल। आज यानी 12 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा मनाई जा रही है। यह पूर्णिमा हिंदू नव वर्ष की पहली पूर्णिमा है। इस दिन स्नान और दान करना फलदाई होता है। चैत्र पूर्णिमा के दिन ही हनुमान जी की जयंती भी मनाई जाती है। चैत्र पूर्णिमा पर हनुमान जी की आराधना और पितरों के लिए तर्पण […]

Advertisement
Chaitra Purnima
  • April 12, 2025 5:20 am IST, Updated 7 days ago

भोपाल। आज यानी 12 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा मनाई जा रही है। यह पूर्णिमा हिंदू नव वर्ष की पहली पूर्णिमा है। इस दिन स्नान और दान करना फलदाई होता है। चैत्र पूर्णिमा के दिन ही हनुमान जी की जयंती भी मनाई जाती है। चैत्र पूर्णिमा पर हनुमान जी की आराधना और पितरों के लिए तर्पण करने का खास महत्व होता है। इस साल चैत्र पूर्णिमा व्रत 12 अप्रैल यानी आज रखा जाएगा।

चैत्र पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त

इस साल की चैत्र पूर्णिमा पर कई तरह के शुभ संयोग बन रहे हैं। चैत्र पूर्णिमा की शुरुआत 12 अप्रैल सुबह 3 बजकर 22 मिनट पर होगी। वहीं 13 अप्रैल को सुबह 5 बजकर 52 मिनट पर इसकी समाप्ति होगी। ऐसे में 11 तारीख की मध्य रात्रि के बाद पूर्णिमा तिथि की शुरुआत हो गई। इसी दिन से बैसाख स्नान किया जाएगा। चैत्र पूर्णिमा के दिन स्नान-दान के लिए शुभ मुहूर्त 12 अप्रैल की सुबह 4:29 मिनट से 13 अप्रैल सुबह 5:14 मिनट तक रहेगा।

चैत्र पूर्णिमा की पूजा विधि

चैत्र पूर्णिमा पर स्नान और दान करने का महत्व होता है, इसलिए सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लेना चाहिए। इस दिन सत्य नारायण की आराधना भी की जाती है। परिवार के साथ सत्य नारायण कथा सुनने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है। चैत्र पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु को पीले फूल, धूप और दीप अर्पित करना चाहिए। इस दिन भगवान विष्णु को मीठे में खीर, मिठाई और फल का भोग लगाना चाहिए। पूर्णिमा के दिन विष्णु जी के मंत्रों का जाप करना भी शुभ माना जाता है।

चैत्र पूर्णिमा के लाभ

भारतीय संस्कृति में चैत्र पूर्णिमा का काफी महत्व होता है। इस दिन हनुमान जन्मोत्सव के दिन हनुमान जी की विधिपूर्वक पूजा की जाती है। 12 अप्रैल को हनुमान जयंती, चैत्र पूर्णिमा और सत्य नारायण जैसे संयोग बन रहे हैं। इस दिन गंगा जैसी पवित्र नदियों में स्नान करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और हनुमान जी की कृपा मिलती है। पूर्णिमा पर सत्यनारायण भगवान पूजा भी लाभदायक होती है। इस दिन दान करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है।


Advertisement