भोपाल। महाशिवरात्रि से पहले शाजापुर के सभी शिवालय भक्तिमय माहौल में रंगे हैं। मंदिरों में भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह को लेकर तैयारी जोरो-शोरों पर हैं। मंदिर के पुजारी कैलाश गिरी गोस्वामी ने बताया कि 26 फरवरी को महाशिवरात्रि है। राजराजेश्वरी माता मंदिर के पीछे स्थित मंगलनाथ महादेव मंदिर में रविवार शाम खास […]
भोपाल। महाशिवरात्रि से पहले शाजापुर के सभी शिवालय भक्तिमय माहौल में रंगे हैं। मंदिरों में भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह को लेकर तैयारी जोरो-शोरों पर हैं। मंदिर के पुजारी कैलाश गिरी गोस्वामी ने बताया कि 26 फरवरी को महाशिवरात्रि है। राजराजेश्वरी माता मंदिर के पीछे स्थित मंगलनाथ महादेव मंदिर में रविवार शाम खास आयोजन हुआ।
राजेश्वरी मंदिर में भगवान शिव का आकर्षक श्रृंगार किया गया। उन्हें 56 भोगलगाए गए। गोस्वामी ने बताया कि यह उत्सव 22 फरवरी से शुरू होगा, जो महाशिवरात्रि तक चलेगा। शहर के सभी शिवालयों में आज भगवान का हल्दी कार्यक्रम किया जाएगा। भगवान शिव को हल्दी लगाकर पूजन-अर्चन किया जा रहा है। मंदिर रोशनी से जगमगा उठा हैं। शाजापुर के ओंकारेश्वर, सोमेश्वर, जयेश्वर और नीलकंठेश्वर मंदिरों में भी कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है। समीपस्थ ग्राम नैनावद के महाकाल मंदिर और पाण्डूखो में भी महाशिवरात्रि की तैयारियां उत्साह से की जा रही है।
भगवान शिव के भजनों का दौर भी शुरू हो गया है। इस खास दिन को लेकर हर शिव भक्त में एक अलग ही उत्साह है। साथ ही सभी शिव मंदिरों में भी इस पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इसकी तैयारियां भी कई दिन पहले से आरंभ हो जाती हैं। मथुरा के भूतेश्वर महादेव मंदिर में भी शिवरात्रि को लेकर तैयारियां जारी है। शिवरात्रि के अवसर पर शिव- पार्वती का विवाह कराया जाता है। अब भूतेश्वर मंदिर में भगवान शिव की शादी से पहले होने वाली रस्मों को निभाया जा रहा है।
मंदिरों में हल्दी की रस्म के दौरान भगवान शिव को सबसे पहले हल्दी और तेल का लेपन लगाया जाता है। भगवान को तिलक किया जाता है। इसके बाद उन्हें स्नान करवाकर कर नये वस्त्र पहनाए जाते हैं। उन्हें पीले फूलों से सजाया जाता है। इसके साथ ही मंदिर में आए भक्तों ने भी भगवान की हल्दी रस्म में शामिल होकर एक दूसरे को भगवान की प्रसाद रूपी हल्दी लगाएंगे। साथ ही हल्दी की रस्म के बाद मंदिर में भगवान शिव के गीत गाए जाते हैं।