भोपाल. विधानसभा चुनावों से पहले सिंधिया समर्थक नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री इमरती देवी मुश्किलों में घिर गई हैं. डबरा की बीजेपी नेता इमरती देवी पर उनकी ही पार्टी की एक महिला नेता ने 45 लाख रिश्वत लेने और जान से मारने की धमकी देने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोप लगाने वाली महिला […]
भोपाल. विधानसभा चुनावों से पहले सिंधिया समर्थक नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री इमरती देवी मुश्किलों में घिर गई हैं. डबरा की बीजेपी नेता इमरती देवी पर उनकी ही पार्टी की एक महिला नेता ने 45 लाख रिश्वत लेने और जान से मारने की धमकी देने जैसे कई गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोप लगाने वाली महिला नेता इमरती देवी को अपना राजनीतिक गुरू बता रही हैं, जबकि इमरती देवी का कहना है कि वह उन्हें जानती तक नहीं हैं. इस पूरे मुद्दे का कनेक्शन विधानसभा चुनावों की टिकट उम्मीदवारी से जोड़कर भी देखा जा रहा है. एसपी राजेश चंदेल ने मामले में जांच के बाद कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
जिला पंचायत सदस्य नेहा परिहार ने शनिवार को एसपी राजेश चंदेल को एक आवेदन दिया, जिसमें उन्होंने पूर्व मंत्री एवं लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष इमरती देवी पर धमकाने और 45 लाख रुपए हड़पने का आरोप लगाया है. जिला पंचायत सदस्य नेहा परिहार का कहना है कि उन्हें जिला पंचायत अध्यक्ष बनवाने के लिए इमरती देवी ने 45 लाख रुपए लिए थे. वो पैसे इमरती देवी ने वापस नहीं किए हैं, जबकि वह अध्यक्ष नहीं बन सकी थीं.
जिला पंचायत सदस्य नेहा परिहार ने इमरती देवी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. दरअसल परिहार भी डबरा विधानसभा सीट से अपनी उम्मीदवारी जता रही हैं. इसी के बाद से दोनों भाजपा समर्थित नेताओं में आपस में घमासान छिड़ा हुआ है. नेहा परिहार ने आरोप लगाते हुए कहा कि इमरती देवी ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है. परिहार ने कहा कि “इमरती देवी को ऐसा लगता है कि कोई डबरा से कोई उन्हें फाइटर नहीं होना चाहिए. वे जान से मारने की धमकी देती हैं, आपराधिक षड्यंत्र में पति को फंसाने की धमकी देती है.”