भोपाल। मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सबकी नजरें इस पर हैं कि कौन सी पार्टी किसे सीएम का चेहरा बनाने वाली है. इस बीच गुरुवार से प्रदेश में शुरू हुई कांग्रेस की कमलनाथ संदेश यात्रा ने पंजे को सवालों के घेरे में ले लिया है. दरअसल, कांग्रेस ने कमलनाथ संदेश यात्रा निकाली […]
भोपाल। मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सबकी नजरें इस पर हैं कि कौन सी पार्टी किसे सीएम का चेहरा बनाने वाली है. इस बीच गुरुवार से प्रदेश में शुरू हुई कांग्रेस की कमलनाथ संदेश यात्रा ने पंजे को सवालों के घेरे में ले लिया है. दरअसल, कांग्रेस ने कमलनाथ संदेश यात्रा निकाली है. इसके बाद से राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं कि कांग्रेस का मतलब कमलनाथ है. अगर ऐसा नहीं होता तो कांग्रेस ने कमलनाथ के नाम पर संदेश यात्रा क्यों निकाली.
चर्चाएं हो रही हैं कि मध्य प्रदेश कांग्रेस इज इक्यूअल टू कमलनाथ. एमपी PCC चीफ होने के साथ-साथ कमलनाथ को ही पार्टी की हर बड़ी जिम्मेदारी की कमान सौंपी जाती है. ऐसे में यह सामने आ रहा है कि बाकी कांग्रेस नेताओं के मुकाबले कांग्रेस में जनता ने कमलनाथ के चेहरे पर ही भरोसा ज्यादा जताया है.
वहीं कमलनाथ संदेश यात्रा पर BJP ने निशाना साधा है. BJP ने तंज कसते हुए कहा कि कमलनाथ ने कांग्रेस को हाईजैक कर लिया है. नहीं तो कांग्रेस संदेश यात्रा निकालनी चाहिए थी. कमलनाथ मध्य प्रदेश में झूठनाथ ,कपाटनाथ और देश में दंगानाथ के नाम से जाने जाते हैं. वे क्या यह संदेश देंगे कि अगर कमलनाथ के चुनाव जीतने की स्थिति नहीं बनी तो कमलनाथ प्रदेश में दंगे कराएंगे. साल 2018 में उन्होंने जो वादे कर के चुनाव जीते थे उनमें से एक भी पूरा नहीं किया, इसलिए मध्य प्रदेश की जनता उनके बहकावे में नहीं आने वाली. यह सिर्फ छलावा यात्रा है. जनता शिवराज के साथ है.
बता दें कि कमलनाथ संदेश यात्रा के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता कांग्रेस की सरकार बनने के बाद आने वाली योजनाओं की जानकारी आम जनता तक पहुंचाएंगे. वे नारी सम्मान योजना के तहत महिलाओं को 1500 रुपए प्रति महीने, 500 रुपए में गैस सिलेंडर, 100 यूनिट तक बिजली बिल माफ, 200 यूनिट तक हाफ और पुरानी पेंशन योजना सहित तमाम जानकारी देंगे.