भोपाल. मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लगभग 100 दिन का समय बचा है. जिसको लेकर राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में लगी हुई हैं. 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने जो 19 लोगों की घोषणा पत्र समिति तय की है. उसमें दो रिटायर्ड IAS अधिकारियों को भी जगह दी गई है, ताकि […]
भोपाल. मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को लगभग 100 दिन का समय बचा है. जिसको लेकर राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तैयारियों में लगी हुई हैं. 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने जो 19 लोगों की घोषणा पत्र समिति तय की है. उसमें दो रिटायर्ड IAS अधिकारियों को भी जगह दी गई है, ताकि प्रशासनिक अनुभवों का भी लाभ लिया जा सके. इसी मामले में अब पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने बीजेपी पर निशाना साधा है.
कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा कि “सुना है भाजपा अपने घोषणापत्र के लिए विधानसभाओं में ‘सुझाव पेटी’ लेकर जा रही है. जनता सुझाव देने की जगह भाजपा से ये ‘सवाल’ पूछेगी कि सौदेबाजी कर आपने जनता की चुनी सरकार को क्यों गिराया मतलब हमारे ‘चुनाव-सुझाव’ के रूप में चुनी हुई सरकार को क्यों गिराया और ये भी कि कितने में गिराया और ख़र्चा किया हुआ पैसा फिर कहां-कहां से कमाया?”
कमलनाथ ने बीजेपी ओर शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा कि “आज जब जनता का भाजपा पर ही विश्वास नहीं रहा है तो उसके घोषणापत्र पर क्या होगा? भाजपा को ‘सुझाव पेटी’ की जगह जनता की समस्याओं के समाधान के लिए ‘सुलझाव पेटी’ लानी चाहिए, लेकिन भाजपा ऐसा नहीं करेगी क्योंकि लोगों को फ़ालतू के मुद्दों में उलझाये रखने, गुमराह करने में ही वो अपनी राजनीतिक सफलता मानती है. भाजपा याद रखे, न काठ की हांडी बार-बार चढ़ती है, न ‘भेड़िया आया-भेड़िया आया’ की कहानी हर बार चलती है. भाजपा का घोषणा पत्र हर बार जुमलों का झुनझुना साबित होता है”. कमलनाथ के इस ट्वीट के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गई हैं.