भोपाल. मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों के चलते सियासी पारा बढ़ा हुआ है. कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं. गृहमंत्री अमित शाह भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल होने के लिए आज प्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं, लेकिन इससे पहले ही कमलनाथ […]
भोपाल. मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनावों के चलते सियासी पारा बढ़ा हुआ है. कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं. गृहमंत्री अमित शाह भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल होने के लिए आज प्रदेश के दौरे पर आ रहे हैं, लेकिन इससे पहले ही कमलनाथ ने उन पर हमला बोलना शुरू कर दिया है.
दरअसल गृहमंत्री अमित शाह आज मंडला में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल होंगे. कमलनाथ ने हमला करते हुए कहा कि इस धर्म विमुख आचरण के कारण मध्य प्रदेश की जनता जन-आशीर्वाद नहीं, जन-धिक्कार का मन बना रही है. पीसीसी चीफ कमलनाथ ने गुजरात में भगवान हनुमान की मूर्ति खंडित होने के मुद्दे पर अमित शाह को घेरा है और सवाल खड़े किए हैं.
कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए सवाल किया कि ‘गृहमंत्री अमित शाह जी आज आप मध्य प्रदेश में चुनावी यात्रा के लिए पधार रहे हैं. आज मंगलवार है, भगवान बजरंगबली हनुमान जी का साधना दिवस. मैं आपसे जानना चाहता हूं कि गुजरात के बोटाद जिले में भगवान बजरंगबली की प्रतिमा को खंडित किया गया है. भगवान के विग्रह पर कालिख पोती गई है. यह वही हनुमान मंदिर है, जिसका अप्रैल में आपने उद्घाटन किया था. कमलनाथ ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि घटना को चार दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक आपने अपने मुंह से एक शब्द नहीं बोला. एक हनुमान भक्त होने के नाते मैं आपसे सवाल पूछता हूं.’
कमलनाथ ने गृहमंत्री अमित शाह को घेरते हुए सवाल किए कि ‘आखिर वह कौन सा स्वार्थ है, जिसके लिए आप और आपकी पार्टी आस्था के इतने बड़े अपमान पर चुप्पी साधे बैठी है. जब हनुमान जी के ग़लत चित्रण के कारण विवाद पैदा हो रहा था तो भाजपा सरकार ने समय रहते कार्रवाई क्यों नहीं की? क्या हनुमान जी के अपमान के लिए राज्य की भाजपा सरकार ज़िम्मेदार नहीं है. पूरे जगत को आशीर्वाद देने वाले बजरंगबली की प्रतिमा की रक्षा करने में नाकाम होने के बाद आप किस मुंह से मध्य प्रदेश की जनता से चुनावी आशीर्वाद मांग रहे हैं?’ कमलनाथ ने हमला करते हुए कहा कि इस धर्म विमुख आचरण के कारण मध्य प्रदेश की जनता जन-आशीर्वाद नहीं, जन-धिक्कार का मन बना रही है.