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अस्पताल में हुई अनोखी शादी, बारात लेकर ओपीडी पहुंचा दुल्हा, वार्ड में लिए सात फेरे

भोपाल। एमपी के राजगढ़ जिले के ब्यावरा में एक अनोखी शादी संपन्न हुई। राजगढ़ में अक्षय तृतीया के मौके पर एक अनूठी शादी कराई गई है। जहां दूल्हा बारात लेकर दुल्हन के घर नहीं बल्कि सीधे अस्पताल पहुंचा। जहां दूल्हे की दुल्हन भर्ती थी। दूल्हे ने अस्पताल में पहुंचकर अपनी दुल्हन को गोद में उठाकर […]

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Rajgarh Biaora Hospital Unique Wedding
  • May 1, 2025 9:23 am IST, Updated 2 days ago

भोपाल। एमपी के राजगढ़ जिले के ब्यावरा में एक अनोखी शादी संपन्न हुई। राजगढ़ में अक्षय तृतीया के मौके पर एक अनूठी शादी कराई गई है। जहां दूल्हा बारात लेकर दुल्हन के घर नहीं बल्कि सीधे अस्पताल पहुंचा। जहां दूल्हे की दुल्हन भर्ती थी। दूल्हे ने अस्पताल में पहुंचकर अपनी दुल्हन को गोद में उठाकर सात फेरे लिए। अस्पताल के ओपीडी वार्ड में शादी की सारी रस्में पूरी की गई।

अस्पताल में शादी कराने का फैसला

दरअसल राजगढ़ के ब्यावरा की परम सिटी कॉलोनी के ठाकुर वीरेंद्र सिंह बेस के बेटे आदित्य सिंह की कुंभराज के ठाकुर बलवीर सिंह की बेटी नंदिनी से तय थी। दोनों की शादी 30 अप्रैल को होनी तय थी। शादी से 7 दिन पहले ही नंदिनी की तबियत खराब हो गई। तब से ही उसका नर्सिंग होम में इलाज चल रहा था। जिसके बाद दोनों परिवारों ने उसी तारीख पर अस्पताल में ही शादी करवाने का फैसला लिया। इसका कारण यह था कि अगला शुभ मुहूर्त दो साल बाद का था।

डॉक्टरों ने शादी की दी मंजूरी

नंदिनी को पहले कुंभराज और बीनागंज के अस्पतालों में दिखाया गया, लेकिन हालात गंभीर होने पर उसे ब्यावरा के पंजाबी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। जहां वह धीरे-धीरे रिकवर हो रही थीं, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें बेड रेस्ट की सलाह दी थी। ऐसे में परिवार ने फैसला लिया कि नंदिनी की शादी मैरिज हॉल या गार्डन में नहीं बल्कि अस्पताल में ही कराई जाए। अस्पताल प्रबंधन ने भी उन्हें शादी की मंजूरी दे दी। अस्पताल को मैरिज हॉल की तरह सजाया गया।

ओपीडी में तैयार किया मंडप

अस्पताल के गेट पर बारात का धूमधाम से स्वागत किया गया। इसे देखने के लिए अस्पताल परिसर में लोगों की भीड़ लग गई। रात 1 बजे ओपीडी वार्ड में मंडप तैयार किया गया। दुल्हे ने दुल्हन को अपनी बाहों में उठाया और फेरे लेने लग गया। रिश्तेदारों ने दोनों पर फूल बरसाए। पंडित जी ने मंत्र पढ़े और रस्मों-रिवाजों के साथ शादी को संपन्न कराया गया। सभी ने नवविवाहित जोड़े को अपना आशीर्वाद दिया।


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