Advertisement
  • होम
  • चुनाव
  • Amarwara By Election Result: शनिवार को अमरवाड़ा विधानसभा उप चुनाव के परिणाम होंगे घोषित

Amarwara By Election Result: शनिवार को अमरवाड़ा विधानसभा उप चुनाव के परिणाम होंगे घोषित

भोपाल। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने छिंदवाड़ा में कांग्रेस को झटका दे दिया है, लेकिन विधानसभा में वह इस जिले से अपना खाता खोल पाएगी या नहीं, इस बात की जानकारी हमें मतों की गणना के बाद होगी। मतों की गणना शनिवार को की जाएगी। अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में मतों की गणना सुबह […]

Advertisement
Amarwara By Election Result
  • July 12, 2024 10:19 am IST, Updated 7 months ago

भोपाल। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने छिंदवाड़ा में कांग्रेस को झटका दे दिया है, लेकिन विधानसभा में वह इस जिले से अपना खाता खोल पाएगी या नहीं, इस बात की जानकारी हमें मतों की गणना के बाद होगी। मतों की गणना शनिवार को की जाएगी। अमरवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में मतों की गणना सुबह आठ बजे से होगी। यहां 2023 के चुनाव की तुलना में दस प्रतिशत मतदान कम हुए।

कमलेश शाह और धीरन शाह के बीच मुकाबला

छिंदवाड़ा ही प्रदेश में एक मात्र ऐसा जिला है, जहां की सभी सातों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस दो चुनाव (2018 और 2023) से जीत रही है। छिंदवाड़ा जिले भाजपा के लिए हमेशा से बड़ी चुनौती रही है। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ यहां से नौ बार सांसद रह चुके है।इस बार उनकी पत्नी अलका नाथ और बेटे नकुल नाथ ने लोकसभा में छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। मई में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी इस परंपरागत सीट को भी हार गई। चुनाव के दौरान ही अमरवाड़ा से कांग्रेस विधायक कमलेश शाह ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए। सीट रिक्त होने से यहां दस जुलाई को उपचुनाव कराया गया। इसमें भाजपा ने कमलेश शाह को प्रत्याशी बनाया तो कांग्रेस ने धीरन शाह पर अपना दांव लगाया।

5 दिनों तक प्रचार किया

कमल नाथ ने पांच दिनों तक लगातार प्रचार किया तो अन्य वरिष्ठ नेता भी सहयोग के लिए पहुंचे। हालांकि, नकुल नाथ ने लोकसभा चुनाव में हार मिलने के बाद क्षेत्र से दूरी बनाकर रखी। उधर, भाजपा से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, मंत्री संपतिया उइके समेत अन्य ने मोर्चा संभाला। अमरवाड़ा में मतदान अधिक से अधिक हो पर यह विधानसभा चुनाव की तुलना में लगभग दस प्रतिशत कम रहा।


Advertisement