भोपाल। भारत में प्रशासन और कंपनियां लोगों को इलेक्ट्रिक गाड़ियां खरीदने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। वहीं इन इलेक्ट्रिक गाड़ियों को चार्च करने के लिए चार्जिंग प्वाइंट की भी जरूरत होगी। इसके लिए कंपनियों ने चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया है। कंपनी का लक्ष्य है, वह 2027 तक 4 लाख चार्जिंग […]
भोपाल। भारत में प्रशासन और कंपनियां लोगों को इलेक्ट्रिक गाड़ियां खरीदने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। वहीं इन इलेक्ट्रिक गाड़ियों को चार्च करने के लिए चार्जिंग प्वाइंट की भी जरूरत होगी। इसके लिए कंपनियों ने चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए लक्ष्य निर्धारित किया है। कंपनी का लक्ष्य है, वह 2027 तक 4 लाख चार्जिंग पॉइंट देश में लगाएगी।
इससे भारत में ईवी चार्जिंग पॉइंट दोगुने से भी ज़्यादा हो जाएंगे, जिससे इलेक्ट्रिक गाड़ियों को चार्ज करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। टाटा.ईवी के ‘ओपन कोलैबरेशन’ फ्रेमवर्क से 30,000 से ज्यादा पब्लिक फास्ट चार्जर लगाए जाएंगे। टाटा.ईवी मेगा चार्जर नेटवर्क भी शुरू किया जाएगा। जो सुपरफास्ट और भरोसेमंद चार्जिंग देगा। चार्जिंग की परेशानी दूर करने के लिए TATA.ev वेरिफाइड चार्जर और चार्जिंग हेल्पलाइन भी शुरू की जाएगी। बता दें कि टाटा.ईवी साल 2019 से ही भारत में ईवी चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने में लगी है।
शुरुआत में कंपनियों ने घरों में चार्जिंग के आसान समाधान लाए गए। फिर, जहां ईवी का ज्यादा इस्तेमाल हो रहा था, वहां शहरों में और आसपास पब्लिक चार्जिंग पॉइंट्स लगाए गए। इससे शुरुआती ईवी यूजर्स को काफी मदद मिलेगी। साल 2023 में टाटा.ईवी ने ओपन कोलैबरेशन फ्रेमवर्क की शुरूआत की थी। इसमें चार्ज पॉइंट ऑपरेटर्स और ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) के साथ साझेदारी की गई। इसका लक्ष्य हाइवे जैसे जरूरी जगहों पर चार्जिंग पॉइंट्स बढ़ाना था, ताकि लंबी यात्राएं आसान हो सकें।
इसकी वजह से भारत में पब्लिक चार्जिंग पॉइंट्स की संख्या दोगुनी से ज्यादा होकर 18,000 के पार पहुंच गई। टाटा.ईवी ने अब तक 1.5 लाख से ज्यादा प्राइवेट/होम चार्जर, 2500 कम्युनिटी चार्जर और 200 से ज्यादा शहरों में टाटा डीलरशिप पर 750 चार्जर पॉइंट लगाए हैं। अब टाटा ईवी ओपन कोलैबरेशन 2.0 के माध्यम से भारत में ईवी चार्जिंग इकोसिस्टम को तेजी से बढ़ाना चाहती है। अगले दो सालों में चार्जिंग पॉइंट्स की संख्या 4 लाख से ज्यादा होगी।