भोपाल। भगवान गणेश को सभी देवताओं में सर्वप्रथम पूजनीय माना जाता है। कोई भी पूजा या यज्ञ भगवान गणेश के मंत्र जाप के बिना अधूरी मानी जाती है। शास्त्रों के मुताबिक विनायक चतुर्थी की महिमा का एक अलग ही महत्व होता है। 9 जुलाई यानी आज विनायक चतुर्थी है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा से बड़े-बड़े विघ्न टल जाते है, इसलिए ही भगवान गणेश को विघ्नहर्ता के नाम से भी जाना जाता है।
विनायक चतुर्थी की पूजन विधि
सुबह के समय जल्दी उठकर नहा लेना चाहिए। आज के दिन लाल रंग के कपड़े पहनने चाहिए। नहाने के बाद भगवान सुर्य को तांबे के लोटे से जल चढ़ाना चाहिए। उसके बाद गणेश देवता को मंदिर में एक जटा वाला नारियल और मोदक प्रसाद का भोग लगाना चाहिए। गणेश देवता को गुलाब के फूल और दूर्वा समर्पित करें। इस दिन ॐ गं गणपतये नमः मंत्र का 27 बार जाप करना शुभ माना जाता है। दोपहर के समय अपने घर के मंदिर में अपनी सामर्थ्य के मुताबिक पीतल, तांबा सोने, चांदी या मिट्टी से बने गणेश की मूर्ति स्थापित करें। संकल्प के बाद प्रतिमा की पूजा करें। पूजा करने के बाद श्री गणेश की आरती कर मोदक का प्रसाद बांटे।
धन प्राप्ति के उपाय
गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर साफ लाल रंग के कपड़े पहनकर भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए। रूके हुए धन के लिए गणेश देवता को दूर्वा बांधकर माला अर्पित करना चाहिए। इसके साथ ही शुद्ध घी और मीठे के रूप में गुड़ का भोग लगाना चाहिए। धन का प्राप्ति के लिए “वक्रतुण्डाय हुं” मंत्र का 54 बार जाप करना चाहिए। इससे धन प्राप्ति में मदद मिलती है।