भोपाल। इंदौर में रामनवमी के दिन बमलेश्वर महादेव मंदिर में बावड़ी धंसने से एक बड़ा हादसा हो गया था. बता दें कि इस हादसे ने 36 लोगों की जिन्दगियां छीन ली थी. इस मामले को लेकर पक्ष-विपक्ष ने राजनीति शुरू कर दी है. इस घटना के बाद पूर्व सीएम कमलनाथ ने घटनास्थल पर पहुंच कर परिजनों से बातचीत की थी. साथ ही उन्होंने परिवालों को हिम्मत बंधाते हुए कहा था कि उन्हें न्याय जरूर मिलेगा। इसी बीच कमलनाथ ने बीजेपी पार्टी पर तंज कसा कि पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपयों का मुआवजा देकर सब ठीक थोड़ी हो जाएगा। बता दें कि घटना के बाद एक बड़ी खबर सामने आई है कि प्रशासन द्वारा सोमवार यानी आज बमलेश्वर महादेव मंदिर पर बुलडोजर चलाया गया है.
मंदिर पर भारी पुलिस फोर्स तैनात
प्रशासन ने ऐसे स्थानों को चयनित किया है जहां बावड़ी या कुएं हैं और जहां लोगों द्वार अतिक्रमण किया गया है। सुबह जब लोग हादसे वाले स्थान पर पहुंचे, तो उन्हें अंदर नहीं आने दिया गया। बहस करने वालों को लट्ठ भी मारे गए। आसपास के लोगों को घरों के बाहर निकलने के लिए मना किया गया है। बता दें कि मंदिर की मूर्तियों को प्रशासन की टीम कार में रखकर ले जा रही है। प्रशासनिक अफसरों के अनुसार बावड़ी को मलबे से भरा जाएगा। कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। कार्रवाई को सफल बनाने के लिए जूनी इंदौर, भंवरकुंआ, रावजी बाजार सहित चार थानों की पुलिस टीम को तैनात किया गया है। नगर निगम द्वारा पांच से अधिक पोकलेन मशीन से कार्रवाई की जा रही है। नगर निगम उपायुक्त रिमूवल अधिकारी लता अग्रवाल, एडीएम अभय बेड़ेकर के अलावा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मंदिर पर मौजूद हैं।
रात 12 बजे लगा था नोटिस
जानकारी के अनुसार रविवार रात 12 बजे मंदिर पर नोटिस लगा दिया गया था. जेसीबी डंपर रात के वक्त ही पहुंचा दिए गए थे. फिर सुबह के करीब 6 बजे कार्रवाई की गई थी. हर घर के सामने पुलिस उपस्थित है. बता दें कि प्रशासन द्वारा मंदिर पर कार्रवाई करते हुए पहले निर्माणाधीन मंदिर की दीवारों को तोड़ा गया. इसके बाद बावड़ी वाले मंदिर से मूर्तियों को भी सुरक्षित हटाया गया. प्रशासनिक कार्रवाई से आसपास के निवासियों को दुख हुआ.
पीड़ित परिजनों को मिलेंगे 5 लाख रूपए
रामनवमी के दिन इस दिल दहला देने वाले हादसे के बाद प्रशासन ने पीड़ित परिवार को 5 लाख रूपए देने का ऐलान किया था. वही घायलों को 50,000 रुपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की गई थी. बता दें कि बावड़ी की छत गिरने से 36 लोगों की मौत हुई थी. मुआवजे को लेकर विपक्ष लगातार सत्तापक्ष पर पलटवार कर रही है.