भोपाल। प्रदेश के समस्त शासकी स्कूलों में अभी गर्मियों की छुट्टियां चल रही है। इस अवधि में मध्याह्न भोजन का वितरण नहीं होना है। इसके बाद भी प्रदेश के कुछ जिलों में आटोमेटेड मानीटरिंग सिस्टम पोर्टल के माध्यम से भोजन का वितरण बताया जा रहा है, जो गलत है। केंद्र सरकार ने इस पर अप्रसन्नता जताई है। इस संदर्भ में प्रदेश शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास के अंतर्गत आने वाली संस्था प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण के राज्य समन्वयक ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अफसरों को पत्र लिखकर यह निर्देश दिया है कि गलत जानकारी देने वाले शाला प्रभारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए और क्या कार्रवाई की गई, इसके बारे में अवगत भी कराया जाए।
23 शहरों में गड़बड़ी
प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण संस्था के राज्य समन्वयक मनोज पुष्प ने बताया कि एक मई से 15 जून तक समस्त शालाओं में ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया गया है। चूंकि अवकाश के चलते स्कूलों में बच्चों का आना-जाना बंद है। लिहाजा, इस अवधि में मध्याह्न भोजन का वितरण नहीं होना है। इसके बाद भी पोर्टल पर सतना, बड़वानी, रायसेन, गुना, भिंड, जबलपुर, आगर मालवा, दमोह, झाबुआ, मंडला, मंदसौर, बैतूल, भोपाल, बालाघाट, डिंडौरी, नरसिंहपुर, सागर, सिवनी, रतलाम, शहडोल, श्योपुर, टीकमगढ़ जैसे प्रदेश के 23 जिलों के शाला प्रभारियों द्वारा गलत जानकारी दी जा रही है। ऐसे करने वाले शाला प्रभारियों के विरुद्ध कार्रवाई करें।