भोपाल। इस समय गर्मी का मौसम चल रहा है। ऐसे में हर कोई दो पल की शांति के लिए किसी ठंडी जगह पर जाकर बस प्रकृति की गोद में समय बिताना चाहता है। अगर आप भी इन गर्मियों में कहीं घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं तो मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थल (MP Tourism) आपके लिए बढ़िया विकल्प हो सकते हैं। मध्य प्रदेश में जहाँ एक तरफ प्राकृतिक ख़ूबसूरती है तो वहीं दूसरी ओर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल भी देखने को मिलेंगे। आइए जानते हैं मध्य प्रदेश के उन चार पर्यटन स्थलों के बारे में जहां अपने दोस्तों और परिवार के साथ प्रकृति का आनंद ले सकते हैं।
रायसेन
मध्य प्रदेश (MP Tourism) के रायसेन की प्राकृतिक ख़ूबसूरती को रायसेन का पुराना किला बखूबी बढ़ाता है। यहां पहुंचने के लिए आप रायसेन से चलने वाली किसी भी बस में बैठकर आसानी से पहुंच सकते हैं। रायसेन के किले को घूमने के लिए किसी टिकट की ज़रूरत नहीं पड़ती। ये किला भले ही बहुत पुराना है, लेकिन इसकी ख़ूबसूरती में जरा भी कमी नहीं आई है। इसके अलावा आप यहां का तितली गार्डेन भी घूम सकते हैं जो कि पूरे भारत में मशहूर है। यहां पर करीब 65 प्रकार की तितलियाँ पाई जाती हैं।
मांडू
प्रदेश मे स्थित मांडू, मध्य प्रदेश की एकलौती ऐसी जगह है, जहाँ के राजा-रानी की प्रेम की कहानी आज भी लोगों को याद है। इसे दुनिया का सबसे बड़ा किलों का शहर भी कहा जाता है। मांडू का पुराना नाम मांडव था। यहां पर गर्मी और बरसात के समय घूमने आना अच्छा होता है। इसके अलावा यहां का जहाज़ महल, मांडू का किला, रानी रुपमती का महल देखने लायक है।
पंचमढ़ी
इसके अलावा पंचमढ़ी घूमने आना आपके लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकता है। पंचमढ़ी, मध्य प्रदेश का इकलौता हिल स्टेशन है। जिसे क्वीन ऑफ़ सतपुड़ा के नाम से भी जाना जाता है। पंचमढ़ी के चारों ओर सुंदर और हरी-भरी पहाड़ियां स्थित हैं, जिसे यहाँ के लोग प्यार से रानी कहते हैं। इसके अलावा कहा जाता कि ज्ञातवास के दौरान पांडवों ने अपना अधिकतर समय यहां पर बिताया था, इसी वजह से इसका नाम पंचमढ़ी पड़ा। यही नहीं यहां का मौसम इतना सुहावना होता है कि लोग देश भर से यहां घूमने आते हैं।
कान्हा किसली
मध्य प्रदेश में स्थित कान्हा किसली देश के बड़े नेशनल पार्क में से एक है। यहां आप विभिन्न प्रकार के जंगली जानवरों को देख सकते हैं। कान्हा किसली में आपको इतिहास से जुड़ी कई चीज़ें भी देखने को मिलती हैं। बता दें कि ये नेशनल पार्क करीब 2,051 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। यहाँ एक बाघ अभ्यारण्य भी है। जहां आप सबसे ख़ास तरह के बाघ और बारहसिंगा देख सकते हैं।