भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने युवा नीति 2023 का ऐलान कर दिया है, इस नीति में 15 से 29 वर्ष की आयु की जनसंख्या को युवा के रूप में परिभाषित कर दिया गया है। इस नीति में युवाओं के कौशल विकास, वंचित युवाओं को ऑनलाइन शिक्षा की सुविधा, युवाओं को वित्तीय प्रबंधन के ज्ञान और महिलाओं के सम्मान पर बल दिया गया है। इस नीति द्वारा तय होगा कि प्रदेश के युवा आने वाले समय में किस दिशा में रुख करेंगे। युवाओं को नौकरी मांगने की बजाय नौकरी प्रदान करने वाला बनाने पर ठोस कदम आगे बढ़ाए जाएंगे। इसका प्रचार प्रदेश की उच्च शैक्षणिक संस्थानोंं में किया जाएगा।
एक साल से चल रही नीति निर्माण की प्रक्रिया
बता दें कि राज्य युवा नीति के निर्माण का प्रोसेस पिछले एक साल से चल रहा है, इसके निर्माण में युवाओं और अन्य स्टेक होल्डरों की सहभागिता के लिए राज्यव्यापी परामर्श कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। सभी उच्च शैक्षणिक संस्थाओं में युवानीति के संबंध में सुझावों को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके थे और उच्च शिक्षा विभाग को इस संबंध में सुझाव भी भेजे जा चुके थे। इस प्रक्रिया में करीब 10 हजार से अधिक युवाओं द्वारा भागीदारी की ओर नीति के निर्धारण के लिए सुझाव भी दिए गए। इस नीति का मकसद युवाओं की ऊर्जा और योग्यता को सही दिशा में लगाना है।
युवा नीति में क्या है शामिल?
आपको बता दें कि युवा नीति में पर्यावरण के प्रति युवाओं को संवेदनशील बनाना, हरित रोजगार को बढ़ावा देने को सम्मिलित किया गया है। इस ओर युवाओं को प्रोत्साहित किया गया है। नीति में बालिकाओं और महिलाओं के प्रति युवाओं में सम्मान की भावना का विकास, फिटनेस ईको सिस्टम का विकास, खेल प्रशासन में खिलाड़ियों को प्राथमिकता जैसे उद्देश्य रखे गए हैं। इसके अलावा युवा नीति के लक्ष्य हैं कि ऐसे युवा उद्यमी तैयार किए जाएं जो आत्मविश्वास के साथ जोखिम लेने के लिए तैयार हों, आर्थिक और वित्तीय व्यवस्था के प्रति जागरूक हों, मानसिक और शारीरिक रूप से सशक्त हों। साथ ही कृषि एवं पर्यावरण के लिए जिम्मेदार हों, वैज्ञानिक स्वभाव एवं दृष्टिकोण वाले हों, भविष्य में नेतृत्व प्रदान करने के काबिल हों तथा शिक्षा और कौशल अर्जित कर रोजगार के योग्य हों।