Thursday, September 19, 2024

मध्य प्रदेश: भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर ने कहा- पाखंडी हमें आंख दिखाएगा तो उसका इलाज कर देंगे और मैं….

भोपाल। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ‘रावण’ ने छतरपुर में एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई पाखंडी हमें आंख दिखाएगा तो उसका इलाज कर दिया जाएगा, यही बताने मैं छतरपुर में खड़ा हूं। उन्होंने कथावाचकों और पंडितों पर तंज कसते हुए कहा कि तुम लोग अभी की सरकार के भरोसे बैठे हुए हो, याद रखना निजाम बदला जाएगा। तुम्हारे एक-एक कारनामे की जांच होगी।

आरडी प्रजापति के साथ खड़े हैं चंद्रशेखर

चंद्रशेखर ने प्रशासन को हुंकार भरते हुए कहा कि मैं आरडी प्रजापति के साथ हूं। जो भी इनके सामने आएगा, आंख दिखाएगा, उसे चंद्रशेखर का सामना करना ही पड़ेगा। यहां का शासन-प्रशासन सुन ले, वह यह न समझे कि आरडी प्रजापति अकेला खड़ा है। गुंडागर्दी खत्म नहीं हुई तो यहां की सरकार भी बदल दी जाएगी, कोई बात नहीं सुनी जाएगी। अगर मैं चाहता तो इस सभा का आयोजन एसपी ऑफिस के बाहर करता तो उन्हें भी हमारी ताकत का पता चल जाता। मैं कहता हूं कि इस प्रदेश में एक आदिवासी को सीएम बनाया जाना चाहिए।

चंद्रशेखर- विश्व में सबसे अच्छा संविधान भारत का

चंद्रशेखर ने कहा कि सत्ता के संरक्षण में गुंडे खुले आम घूमते हैं। बहुजनों पर गोलियां चलाते हैं। अगर आप लोग गुलाम नहीं हो तो गुलामी की बेड़ियां काटने के लिए तैयार रहो। जब देश आजाद हुआ तो व्यवस्था की वजह से गरीब था और वह गरीब ही रह गया। जो अमीर था वह और ज्यादा अमीर हो गया। पहली सरकार बिना चुनाव के बनाई गई। नेहरू जी प्रधानमंत्री बने, उन्होंने वचन दिया कि पूर्ण रूप से संविधान लागू किया जाएगा। आज दुनिया का सबसे अच्छा संविधान कहीं पर है तो वह कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ इंडिया है। आजादी के बाद जो राज किया करते थे, वह गुलाम बन गए।

हर व्यक्ति को पक्के मकान दिलाने की कही बात

चंद्रशेखर ने आगे कहा कि इनके द्वारा हमारा शोषण किया जाता हैं। आजादी के 75 साल बाद भी हमारे पास अपने पक्के मकान ही नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति को पक्का मकान दिलाकर रहूंगा। देश की सरकारी जमीनें हमारी हैं। हर व्यक्ति को खेती करने योग्य जमीन सौंपी जाएगी। मैं हाथ फैलाना नहीं, बल्कि हाथ रखना सिखाऊंगा। हर जिला मुख्यालय पर हमारे द्वारा आंदोलन किया जाएगा। हम आंदोलन करेंगे कि हर परिवार से किसी एक व्यक्ति को रोजगार की प्राप्ति हो। अगर रोजगार नहीं मिला तो सिर्फ 2 रास्ते बचते हैं, पहला बैसाखी पकड़ लो, किराए के मकान में रहो या फिर इतने ताकतवर बन जाओ कि मंच पर बैठे गरीब के बेटे को आपके लिए लड़ने का मौका मिल जाए।

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