भोपाल। मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश ने किसानों के लिए मुश्किल खड़ी कर दी हैं। मार्च के आरंभ से पांच दिन तक तेज बारिश, ओलावृष्टि और आंधी ने 20 से ज्यादा जिलों में गेहूं-चने और सरसों की फसल को बर्बाद करके रख दिया है। अब फिर से मौसम ने करवट बदल ली है। 16 से 20 मार्च के बीच प्रदेशभर में तेज बारिश, ओले गिरने और तेज आंधी चलने की आशंका जताई गई है। इस कारण शाजापुर, उज्जैन, विदिशा, नर्मदापुरम, हरदा, सीहोर सहित कई जिलों में किसान गेहूं की फसल पहले ही कटवाकर सुरक्षित रख रहे हैं।
शाजापुर के किसान शरद भंडावत ने क्या कहा?
शाजापुर के किसान शरद भंडावत ने जानकारी देते हुए कहा कि गेहूं अभी कटने लायक नहीं हुआ है। लेकिन फिर भी किसानों ने इसे कटवा लिया है, ताकि बारिश और ओले के कारण फसल नष्ट न हो जाए। सतना जिले के ज्यादातर किसानों ने चना कटवाकर सुरक्षित रख लिया है। भिंड-मुरैना में सरसों की कटाई हो रही है।
सुबह से छाए हैं बादल
बता दें कि राजधानी भोपाल में सुबह से बादल छाए हुए हैं. साथ ही हल्की बूंदाबांदी भी हो रही है. छिंदवाड़ा में रात से ही मौसम बदला हुआ है। जिस वजह से तेज हवाओं के साथ पानी गिरा। अभी भी बूंदाबांदी हो रही है।
मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने क्या कहा?
मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने जानकारी देते हुए कहा कि 16 मार्च यानि आज से प्रदेशभर में बारिश का सिस्टम सक्रिय हो जाएगा। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन सहित प्रदेशभर में झमाझम बारिश पड़ेगी। कहीं-कहीं ओले भी पड़ सकते हैं। हवा की गति सामान्य से दोगुनी रहेगी।
बारिश से तापमान में हुई गिरावट
प्रदेशभर में बदलते मौसम के कारण दिन के तापमान में 2.8 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, रात के तापमान में भी इतनी ही गिरावट देखने को मिली है। कई जिलों में पारे में भी इजाफा हो गया है।