भोपाल। एमपी में विधानसभा चुनाव के कारण भोपाल मेट्रो का पॉलिटिकल ट्रायल रन तो काफी पहले हो गया था लेकिन अब एक्चुअल ट्रायल रन की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है । इसके चलते कामर्शियल रन की तैयारी भी शुरु हो गई है। बता दें, 1 महिने तक मेट्रो में यात्री मुफ्त में सफर कर सकते हैं। अधिकारियों के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले भोपाल में मेट्रो सेवा शुरु हो जाएगी ।
भोपाल बना मेट्रो सिटी
बता दें, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने हरी झड़ी दिखा कर ट्रायल रन की शुरुआत कर दी है। इसके साथ आम जनता अब ट्रेन से सफर करेगी इसकी भी 90 फीसदी तैयारी पूरी की जा चुकी हैं।
वर्तमान में एम्स से सुभाष नगर तक करीब सात किलोमीटर का मेट्रो ट्रैक तैयार हो गया है। इसमें सुभाष नगर से रानी कमलापति तक विद्युतीकरण का काम भी किया जा चुका है। यहां अभी मेट्रो का सेफ्टी ट्रायल किया जा रहा है। जबकि रानी कमलापति से हबीबगंज नाके के बीच रेलवे लाइन के ऊपर स्टील ब्रिज का निर्माण होना है। जो आखिरी जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा।
अधिकारियों ने दी जानकारी
मनीष सिंह, एमडी (मप्र) के मुताबिक मेट्रो अपने सही समय पर चल रही है। मप्र मेट्रो का ट्रायल रन निर्धारित समय के अनुसार किया गया है, उन्होंने आगे कहा हमारी कोशिश है कि प्रायोरिटी कॉरिडोर में कामर्शियल रन भी जल्द शुरु कर दें। इसके लिए जो भी काम बचे हैं, उसे समय सीमा के अन्दर पूरा करने के लिए अधिकारियों और कांट्रेक्टर को निर्देशित किया गया है।
मेट्रो प्रोजेक्ट की टाइम लाइन
प्रोजेक्ट मंजूरी 30 नवंबर 2018
AMU साइन हुआ – 19 अगस्त 2019
ज्वांइट वेंचर की बैठक – 29 दिसंबर 2020
ट्रायल रन की सयम सीमा – सितंबर 2023
प्रायरिटी कारिडोर – 6.2 किलोमीटर
मेट्रो प्रोजेक्ट की कुल लागत – 6,941 करोड़ रुपये
मई 2024 तक हो जाएगा पूरा काम
मई 2024 तक लोकसभा चुनाव होने की उम्मीद जताई जा रही है। इधर भोपाल मेट्रो के प्रायोरिटी कारिडोर का काम भी करीब 10 फीसदी बचा है। इसके पूर्ण होते ही कामर्शियल रन के लिए टेस्टिंग की जाएगी। अधिकारी संभावना जता रहे हैं कि अप्रैल 2024 के आखिरी सप्ताह तक मेट्रो का संचालन शुरु हो जाएगा।प्रायोरिटी कारिडोर में एम्स से सुभाष नगर के बीच कुल आठ स्टेशन बनाए जा रहे हैं। इनमें रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, सरगम टॉकीज, डीबी मॉल, केंद्रीय विद्यायल और सुभाष नगर मेट्रो स्टेशन बनकर तैयार हो गए हैं। जबकि हबीबगंज नाका, अलकापुरी और एम्स अस्पताल के पास मेट्रो स्टेशन का काम तीव्र गति से किया जा रहा है।