भोपाल. सुमावली विधानसभा सीट मुरैना जिले की 6 विधानसभा सीटों में से एक है. आखिरी बार यह सीट उस वक्त चर्चा में आई जब 2018 में कांग्रेस के टिकट पर जीते ऐदल सिंह कंसाना ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी में शामिल हो गए, लेकिन सिंधिया समर्थक नेता बीजेपी में जाने के बाद उपचुनाव हार गए. अब एक बार फिर बीजेपी ने 39 प्रत्याशियों की अपनी पहली लिस्ट में ऐदल सिंह कंसाना के नाम को शामिल किया है और सुमावली से टिकट दिया है.
कांग्रेस ने नहीं किया उम्मीदवारों का ऐलान
दूसरी ओर कांग्रेस ने अब तक अपने प्रत्याशियों का ऐलान नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि पार्टी मौजूदा विधायक अजब सिंह कुशवाह पर भी दांव लगा सकती है. मजेदार बात यह है कि अजब सिंह 2018 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा लेकिन दल बदल के खेल में उन्होंने भी पाला बदला और उनकी किस्मत बदल गई. इससे पहले अजब सिंह बसपा को छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे.
कुशवाह समाज का वोट प्रतिशत अधिक
आपको बता दें कि सुमावली विधानसभा में 2,39,853 कुल वोटर है, जिसमें 1,32,067 पुरुष और 1,07,778 महिला वोटर हैं. जातीय समीकरणों पर नजर डालें तो यहां कुशवाह समाज के करीब 42 हजार से ज्यादा वोट हैं. इसके अलावा क्षत्रिय समाज के 28 हजार से ज्यादा, गुर्जर समाज के 26 हजार से ज्यादा, दलित समाज के 36 हजार से ज्यादा, किरार यादव समाज के 14 हजार से ज्यादा, ब्राह्मण समाज के 16 हजार से ज्यादा, बघेल समाज के 6500 से ज्यादा, मुस्लिम समाज के 6000 से ज्यादा और रावत जाति के 2200 से ज्यादा वोट हैं. इस सीट पर 2.17 लाख की वोटिंग है।
सुमावली सीट का राजनीतिक इतिहास
तो चलिए अब बात करते हैं, इसके चुनावी इतिहास की, 1977 से अस्तित्व में आई सुमावली विधानसभा सीट पर अब तक 11 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. 1977 में जनता पार्टी के जहर सिंह चुनाव जीते, 1980 में BJP के योगेंद्र सिंह जीते, 1985 में कांग्रेस के किरत राम सिंह कंसाना जीते, 1990 में जनता दल के गजराज सिंह चुनाव जीते, 1993 में बसपा से ऐदल सिंह कंसाना चुनाव जीते, 1998 में ऐदल सिंह बसपा से जीते, 2003 में बीजेपी के गजराज सिंह सिकरवार जीते, 2008 में फिर ऐदल सिंह कंसाना कांग्रेस से जीते, 2013 में बीजेपी से सत्यपाल सिंह चुनाव जीते, 2018 में कांग्रेस के ऐदल सिंह जीते, वहीं 2020 के उपचुनाव में कांग्रेस के अजब सिंह कुशवाहा चुनाव जीते. अब देखना ये है कि इस बार कौन जीत का परचम लहराएगा?