Saturday, November 9, 2024

MP Weather: एमपी में आज शुरू हो सकता है भारी का दौर, इन जिलों के लिए अलर्ट

भोपाल. मध्य प्रदेश में पिछले तीन-चार दिनों से तेज बारिश का सिलसिला रुक गया है। पिछले 24 घंटे के दौरान मध्य प्रदेश में कोई भी मजबूत मानसूनी तंत्र सक्रिय न होने के बाद भी कुछ स्थानों पर बारिश हुई। करीब 10 से अधिक जिलों में बुधवार को भी बारिश रिकॉर्ड हुई। मानसून ट्रफ रेखा पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही थी, इस कारण जबलपुर, रीवा और शहडोल संभाग में कहीं-कहीं हल्की बारिश हुई.

आज से बारिश का दौर शुरू

मौसम विभाग ने गुरुवार से शनिवार तक प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई है। 21 सितंबर यानी आज से हल्की बारिश का दौर शुरू होगा। इसके बाद 22 से 23 सितंबर तक मजबूत मानसूनी मौसम तंत्र एक्टिव होगा। नया सिस्टम बंगाल की खाड़ी से एक्टिव होगा और काफी मजबूत रहेगा। इससे भोपाल, ग्वालियर, चंबल, रीवा, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में भारी बारिश होने का अनुमान है। वहीं अब तक सूखा बीत रहा रीवा संभाग भी तेज बारिश से भीग सकता है.

बुधवार को इन जिलों में हुई बारिश

बात करें बुधवार की तो सुबह 8:30 बजे से शाम के 5:30 बजे तक सागर में 9 मिलीमीटर, जबलपुर में 7, दामोह में 7, मलाजखंड में 6, सतना में 6, उमरिया में 5, रीवा में 4, खजुराहो में 1.4, नरसिंहपुर में 1, मंडला में 1 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। इसके अलावा छिंदवाड़ा में भी पानी गिरा।

आज इन जिलों में होगी बारिश

वहीं मौसम वैज्ञानिकों ने गुरुवार को भी प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश का अनुमान जताया है। अनूपपुर, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट और सागर जिलों में कहीं-कहीं मध्यम से लेकर भारी बारिश तक हो सकती है। रीवा, शहडोल, सागर, जबलपुर, भोपाल, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में और बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, गुना, शिवपुरी, अशोकनगर, दतिया, ग्वालियर जिलों में गरज चमक के साथ बिजली भी गिर सकती है.

इन जिलों में इतना रहा तापमान

आपको बता दें कि प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में बारिश की गतिविधि थमने की वजह से अधिकतम तापमान में वृद्धि देखने को मिली। राजधानी भोपाल में सुबह से ही तेज धूप निकली। उमस ने यहां लोगों को बेहाल किया। अधिकांश शहरों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के ऊपर रहा। मंडला में 34, जबलपुर में 32.7, सीधी में 34.6, ग्वालियर में 33.7, भोपाल में 34.3, शिवपुरी में 34 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान रिकॉर्ड हुआ।

औसत के लिए 1 प्रतिशत बारिश की जरूरत

मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश में अब भी औसत के लिए 1 प्रतिशत और बारिश की जरूरत है। पूर्वी मध्य प्रदेश में जहां 5% कम बारिश हुई है। वहीं पश्चिमी मध्य प्रदेश में सामान्य से 2 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है। मध्य प्रदेश के 7 जिले अभी रेड जोन में है। इनमें राजधानी भोपाल, सतना, रीवा, सीधी, गुना, अशोकनगर, दमोह जिले शामिल हैं। यहां 23% से 38% तक कम बारिश होने से चिंता बढ़ रही है।

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