भोपाल. मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में टिकट पाने के लिए होड़ मची हुई है. बीजेपी के कई ऐसे नेता हैं, जिनके पुत्र-पुत्री राजनीति में एक्टिव हैं और इस बार विधानसभा चुनावों में टिकट मिलने की अभिलाषा रख रहे हैं. भाजपा हमेशा से वंशवाद की राजनीति का विरोध करती आई है और कांग्रेस को इस मुद्दे पर घेरती आई है. ऐसे में भाजपा में नेता पुत्रों का राजनीतिक जीवन संकटमय नजर आता है. अब वीडी शर्मा ने नेता पुत्रों को टिकट देने को लेकर पार्टी की रणनीति क्लीयर कर दी है.
वीडी शर्मा ने टिकट पर दिया बयान
बता दें कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल होने के लिए बड़वानी पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने नेता पुत्रों को टिकट देने पर बयान दिया. उनके इस बयान के बाद लगता है कि जो नेता अपने बेटों के टिकट के लिए भोपाल की दौड़ लगा रहे हैं, उन्हें टिकट दिलाने में सफलता जरूर मिल सकती है.
नेता पुत्र होना कोई अपराध नहीं
भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के पुत्र, जो राजनीति में सक्रिय हैं, उनके लिए वीडी शर्मा का बयान खुशखबरी लेकर आया है. जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान मीडिया से चर्चा करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने नेता पुत्रों को टिकट देने को लेकर बड़ा बयान दिया है. वीडी शर्मा ने कहा कि नेता पुत्र होना कोई अपराध नहीं है. अगर नेता पुत्र कोई कार्यकर्ता है तो उसकी भूमिका कार्यकर्ता के नाते है. जनता में अगर उसकी आकांक्षा है तो उसे आशीर्वाद जरूर मिलता है.
केवल नेता पुत्र होना ही योग्यता नहीं
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के बयान से इस बात को संकेत मिलते हैं कि जिन नेता पुत्रों ने राजनीति में टिकट की आस लगा रखी हैं, उन्हें जरूर टिकट मिल सकता है. हालांकि प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने अपने बयान में यह भी कहा कि केवल नेता पुत्र होना ही योग्यता नहीं हो सकती. उन्होंने कहा कि ‘मोदी जी ने परिवारवाद भारतीय राजनीति से समाप्त कर दिया है, इसलिए परिवार के आधार पर कुछ नहीं चलेगा. कार्यकर्ता ही पार्टी का सिरमौर है. कार्यकर्ता ही पार्टी का भगवान है.’