भोपाल. शिवराज सरकार अपनी उपलब्धियों को लोगों तक पहुंचाने के लिए जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रही है, जो प्रदेश के अलग-अलग शहरों में घूमेगी. पिछले दिनों यात्रा में हुए पथराव की वजह से रतलाम और आगे आने वाले जिलों में कड़ी सुरक्षा के बीच ये यात्रा निकाली जाएगी.
8 सितंबर को रतलाम पहुंचेगी यात्रा
भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा रतलाम में 8 सितंबर को पहुंचेगी. 2 दिन तक रतलाम जिले में जन आशीर्वाद यात्रा रहेगी. इसके लिए सारी तैयारियां पार्टी स्तर पर कर ली गई है. सुरक्षा के लिए भाजपा का दल यात्रा के आगे रहेगा. अलग-अलग व्यवस्थाओं को लेकर प्रभारी नियुक्त किये गए हैं. जिले में करीब 14 रथ सभा और 3 बड़ी आम सभाएं तय की गई हैं. फिलहाल यह तय नही हुआ है कि कौन-कौन मंत्री रतलाम जिले में जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल होंगे. सीएम शिवराज सहित 6 मंत्रियों के नाम हैं, जिनमे से 2 मंत्री शामिल हो सकते हैं. सबसे ज्यादा ध्यान ग्रामीण आक्रोश विरोध पर रहने वाली है. रतलाम में यात्रा 8 सितंबर को जावरा के मानन खेड़ा से निकलकर सैलाना विधानसभा से होते हुए , रतलाम शहर विधानसभा में रात को पहुंच जाएगी. 9 सितंबर को सुबह ग्रामीण विधानसभा से शुरू होकर उज्जैन के ग्रामीण इलाकों से होकर देर शाम रतलाम जिले के आलौट विधानसभा में पहुंचेगी. यात्रा 10 सितंबर को सुबह उज्जैन जिले की ओर रवाना हो जाएगी.
पथराव की घटना से बढ़ी चिंता
वहीं यात्रा में पथराव की घटना के बाद अब रतलाम में यात्रा को लेकर चिंता बढ़ी हुई है. जिला के जन आशीर्वाद यात्रा प्रभारी अशोक जैन ने जानकारी देते हुए कहा कि तैयारियों के साथ सभी व्यवस्थाओं के प्रभारी नियुक्त किये गए हैं. यात्रा के आगे पार्टी की एक टीम चलेगी, जो यात्रा में किसी भी तरह के व्यवधान पर नजर रखेगी और साथ ही यात्रा के मार्गों में पहले से कार्यकर्ता व नियुक्त जवाबदार लगातार लोगों के संपर्क में रहेंगे.
कांग्रेस ने कसा तंज
इधर, कांग्रेस ने बीजेपी की यात्रा पर पथराव की घटना को लेकर कहा कि बीजेपी को माफी यात्रा निकालनी चाहिए. किसान और आम जनता शिवराज सरकार से परेशान है. सरकार ने लोगों से छलावा किया है. शिवराज सिंह चौहान ने सिर्फ वोट बटोरने की राजनीति की है.