भोपाल। मध्यप्रदेश के कुनो नेशनल पार्क के बाद अब शिवपुरी ज़िले के माधव अभ्यारण्य में भी टाइगर को छोड़ा जाएगा। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में बाघों को शिफ्ट किए जाने की तारीख का ऐलान कर दिया है। ग्वालियर दौरे पर पहुंचे केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जानकारी […]
भोपाल। मध्यप्रदेश के कुनो नेशनल पार्क के बाद अब शिवपुरी ज़िले के माधव अभ्यारण्य में भी टाइगर को छोड़ा जाएगा। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में बाघों को शिफ्ट किए जाने की तारीख का ऐलान कर दिया है। ग्वालियर दौरे पर पहुंचे केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जानकारी देते हुए कहा कि 10 मार्च 2023 को प्रोग्राम होगा। उन्होंने बताया कि 12 बजे तक सीएम शिवराज सिंह चौहान और हम दोनों पहुंच जाएंगे। ख़ास बात तो यह है कि यह बहुत ऐतिहासिक दिन होगा। शिवपुरी के लिए बाघ और हाथों से इशारा करके बताया कि बाघों को छोड़ दिया जाएगा।
आपको बता दें कि शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में 27 साल बाद एक बार फिर से टाइगर दौड़ेंगे। माधव नेशनल पार्क में 1990-91 तक यहां अधिक तादाद में टाइगर हुआ करते थे, लेकिन अंतिम बार 1996 में यहां बाघों को देखा गया था। अब माधव नेशनल पार्क एक बार फिर से बाघों से आबाद हो जायेगा। बताया जा रहा है कि टाइगर प्रोजेक्ट के तहत माधव अभ्यारण्य में कुल पांच बाघों को बसाए जाने की योजना है। पहले चरण में तो यहां तीन बाघों को बसाया जाएगा। इसमें पन्ना, बांधवगढ़ से दो मादा टाइगर और भोपाल से एक नर टाइगर को छोड़ा जाएगा।
बताते चलें कि माधव नेशनल पार्क में पहले चरण में आने वाले तीनों टाइगरों को फ्री रेंज में शिफ्ट किया जाएगा। मतलब यह कि यहां टाइगरों को पिंजरे में कैद न करते हुए पार्क में बनाए गए बाड़े में खुले में रखा जाएगा। इतना ही नहीं यहां इन टाइगरों को लेकर गहन अध्ययन भी किया जाएगा कि वे यहां किस तरह से जीवन व्यतीत करते हैं और खुद को कैसे इस नए वातावरण में ढालते हैं। हालांकि माधव नेशनल पार्क टाइगर समेत अन्य वन्य प्राणियों का नेचुरल हाउस है। लेकिन लगातार शिकार के दौरान एक समय बाद यहां बाघों की संख्या समाप्त हो गई थी।