भोपाल. मध्य प्रदेश की राजनीति से बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है. शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा के भाजपा विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश के संगठन महामंत्री और जिला अध्यक्ष भाजपा शिवपुरी को भेजा है. इसे भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. कोलारस विधायक ने इस्तीफे की वजह पार्टी में उपेक्षा, भ्रष्टाचार को बताया है. विधायक रघुवंशी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी निशाना साधते हुए किसान कर्ज माफी का मुद्दा उठाया है. उन्होंने इस्तीफा लेटर में कई मुद्दे उठाए हैं. बोले- बड़े भारी मन से पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं.
इस्तीफा लेटर में विधायक के ये आरोप
इसमें उन्होंने लिखा है कि “विधायक दल और पार्टी की बैठकों में प्रदेश हित के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं करना चाहता बल्कि भ्रष्ट मंत्रियों का बचाव आवश्यक किया जाता है मैं एक जन सेवक हूं. ऐसे वातावरण में अत्यंत घुटन महसूस कर रहा हूं और आहत हूं. इसलिए मेरा इस्तीफा स्वीकार करने का कष्ट करें.”
भारी मन से दिया इस्तीफा
वीरेंद्र रघुवंशी ने कहा कि “आज भारी मन से भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता एवं प्रदेश कार्य समिति के पद से अपना इस्तीफा दे रहा हूं. पिछले तीन से 5 सालों में कई बार अपनी पीड़ा मुख्यमंत्री जी और शीर्ष नेतृत्व के सामने रखी, लेकिन आप सभी ने कभी ध्यान नहीं दिया. पूरे ग्वालियर चंबल संभाग में मेरे जैसे पार्टी के कई कार्यकर्ताओं की उपेक्षा नए भाजपाई करते रहे और यह सब हमारे साथ सिर्फ इसलिए होता रहा क्योंकि हमने पूरी निष्ठा व ईमानदारी से 2014 एवं 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का काम किया और उसमें सफलता पाई.
ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी घेरा
वहीं वीरेंद्र रघुवंशी ने इसके साथ ही शिवपुरी में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर भी अपनी बात रखी है. उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि सिंधिया जी ने यह कहकर कांग्रेस की सरकार गिराई थी, कि किसानों का ₹200000 का कर्ज माफ नहीं किया जा रहा है. पर भाजपा की सरकार बनने के बाद सिंधिया जी ने किसान कर्ज माफ करना तो दूर आज तक कर्ज माफी की बात तक नहीं की है. उन्होंने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए कहा कि मंदिर में भी प्रसाद चढ़ाते हैं यह उसी तरह का नेग है और नेग तो देना ही पड़ेगा. इस तरह से रिश्वत मांगी जाती है. भ्रष्टाचार ने प्रदेश को शर्मसार किया है. प्रशासन निरंकुश है, भाजपा के कार्यकर्ताओं और नेताओं की कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
विधायक को मिली थी जान से मारने की धमकी
आपको बताते चलें कि शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा से भाजपा विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को फोन पर जान से मारने की धमकी मिली थी. विधायक को 12 अप्रैल की रात अज्ञात नंबर से टुकड़े-टुकड़े करने की धमकी मिली थी. विधायक ने बताया था कि कॉल उठाते ही सामने से किसी अज्ञात व्यक्ति ने गालियां देना शुरू कर दिया. इसके साथ ही कहा कि मेरे गांव में आना मैं तुम्हें काट कर तुम्हारे टुकड़े-टुकड़े कर दूंगा. जब विधायक ने उससे पूछा कि कहां से बोल रहे हो तो उसने कुछ नहीं बताया.