भोपाल. मध्यप्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में बीजेपी, बीएसपी और समाजवादी पार्टियां अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर रही है. इनके बाद अब सिर्फ कांग्रेस ही वो पार्टी रह गई है, जिसके उम्मीदवारों की पहली सूची अब तक नहीं आ सकी है. कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि वे उम्मीदवारों की सूची सितंबर महीने के आखिरी सप्ताह में या फिर अक्टूबर महीने के पहले सप्ताह में जारी करेंगे. लेकिन कांग्रेस पार्टी के नेताओं के अनुसार पीसीसी चीफ कमलनाथ लगभग 65 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम तय कर चुके हैं. फिर उनके नामों की घोषणा करने से क्यों बचा जा रहा है. ऐसा क्यों हो रहा है और क्या है इसके पीछे की वजह? ये सब कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत ने मीडिया में बातचीत करते हुए बताया.
राम निवास रावत ने किया खुलासा
कांग्रेसी नेताओं के अनुसार कम से कम अब तक 65 उम्मीदवारों के नाम तय हो चुके हैं और उनकी उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस पार्टी में किसी तरह का कोई मतभेद या कंफ्यूजन नहीं है. लेकिन ये 65 उम्मीदवार कौन हैं और कांग्रेस किन विधानसभा सीटों पर उनको लड़ाने जा रही है, इसका खुलासा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राम निवास रावत भी करने से बच रहे हैं. पूर्व विधायक राम निवास रावत साफ कहते हैं कि घोषणा तो कमलनाथ ही करेंगे और उनके पास सभी अधिकार सुरक्षित हैं.
कांग्रेस को बीजेपी की दूसरी लिस्ट का इंतजार
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष राम निवास ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हम लोग इंतजार कर रहे हैं कि बीजेपी की दूसरी सूची भी आ जाए. पहली सूची जारी की थी, तब 39 नामों में से 12 पर विद्रोह हो गया. हम देखना चाह रहे हैं कि बीजेपी की दूसरी सूची में ऐसे कितने नाम हैं, जिन्हें लेकर उनकी पार्टी के अंदर किसी तरह का कोई असंतोष है. ये तय है कि कांग्रेस के उम्मीदवारों की पहली सूची सितंबर महीने के आखिरी सप्ताह तक आ सकती है. उससे पहले नहीं.