भोपाल. राष्ट्रीय बाघ सरंक्षण प्राधिकरण की ओर से आज अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर राज्यवार बाघों की संख्या के आंकड़े जारी कर दिये गए हैं, इसमें एक बार फिर मध्यप्रदेश ने बाजी मारी है. मध्यप्रदेश को लगातार दूसरी बार टाइगर स्टेट का दर्जा मिला है. एमपी में कुल 785 बाघ मौजूद हैं, जो 2018 […]
भोपाल. राष्ट्रीय बाघ सरंक्षण प्राधिकरण की ओर से आज अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस के मौके पर राज्यवार बाघों की संख्या के आंकड़े जारी कर दिये गए हैं, इसमें एक बार फिर मध्यप्रदेश ने बाजी मारी है. मध्यप्रदेश को लगातार दूसरी बार टाइगर स्टेट का दर्जा मिला है. एमपी में कुल 785 बाघ मौजूद हैं, जो 2018 से 259 अधिक हैं. एक दिन पहले ही पीएम मोदी ने टाइगर प्रोजेक्ट को लेकर सराहना की थी.
बता दें कि उत्तराखंड के कॉर्बेट नेशनल पार्क में आज ग्लोबल टाइगर डे का कार्यक्रम आयोजित किया गया है, जहां मध्यप्रदेश के वन मंत्री विजय शाह भी मौजूद हैं. इसके अलावा भोपाल के मिंटो हॉल में भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया है, जिसमें इन आंकड़ो को सार्वजनिक किया गया है. आंकड़ो के अनुसार मध्यप्रदेश को एक बार फिर टाइगर स्टेट का दर्जा मिला है.
जानकारी के लिए आपको बता दें कि हर चार साल में देशभर में राज्यवार बाघों की संख्या के आंकड़े जारी किए जाते हैं. इससे पहले साल 2018 में जब आंकड़े जारी हुए थे, तब मध्यप्रदेश में 526 बाघ थे, जो देशभर में सबसे ज्यादा संख्या थी. इसके बाद कर्नाटक में बाघों की संख्या 524 रिकॉर्ड की गई थी. आज 29 जुलाई को भोपाल के मिंटो हॉल में आयोजित कार्यक्रम में नए आंकड़े जारी किए गए हैं. जिसमें मध्यप्रदेश एक बार फिर पहले पायदान पर हैं. मौजूदा समय में एमपी में 785 बाघ मौजूद हैं
वहीं केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने मध्यप्रदेश वासियों को बधाई दी है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि “बधाई हो, मध्य प्रदेश! नए आंकड़ो के अनुसार मध्यप्रदेश में कुल 785 टाइगर मौजूद हैं, जो किसी अन्य राज्य से सबसे ज्यादा हैं. यह स्थानीय समुदायों, गहन सुरक्षा और निगरानी का परिणाम है”.