भोपाल। मध्यप्रदेश वासियों को सोमवार को जहां तेज बारिश से निजात मिली, वहीं धूप और उमस ने लोगों को परेशान भी किया। हालांकि किसी भी हिस्से में लू नहीं चली। सोमवार को प्रदेश का अधिकतम तापमान चढ़कर 44 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। टीकमगढ़ 44 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ देश का सबसे गर्म जिला रहा। […]
भोपाल। मध्यप्रदेश वासियों को सोमवार को जहां तेज बारिश से निजात मिली, वहीं धूप और उमस ने लोगों को परेशान भी किया। हालांकि किसी भी हिस्से में लू नहीं चली। सोमवार को प्रदेश का अधिकतम तापमान चढ़कर 44 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। टीकमगढ़ 44 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ देश का सबसे गर्म जिला रहा। इसके अलावा अन्य जिलों का तापमान 40 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहा। रविवार-सोमवार के दरमियान उमरिया में 8.8, नौगांव में 6.8, सतना में 2.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। वहीं खजुराहो में भी बूंदाबांदी हुई।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार राजस्थान और छत्तीसगढ़ में ऊपरी हवा का चक्रवात बनने की वजह से मध्यप्रदेश के कुछ स्थानों में बूंदाबांदी हो रही है। आने वाले एक दो दिनों के दौरान प्रदेश के तापमान में तेजी से इजाफा हो सकता है। प्रदेश के कुछ जिलों में लू भी चल सकती है।
वहीं, इस वर्ष मानसून अपने तय समय से देरी से चल रहा है। केरल में इसके चार जून को पहुंचने का अनुमान था लेकिन अब मौसम विभाग कह रहा है कि 8 से 10 दिन की देरी हो सकती है। अगर ऐसा हुआ तो मध्य भारत में भी मानसून 10 दिन लेट ही जाएगा। प्रदेश में मानसून को 18 से 20 जून तक पहुंचना है। अगर मानसून इसी तरह से धीमी गति से चला तो प्रदेश में 25 जून के बाद ही मानसून पहुंचेगा।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए बताया कि श्योपुर कला, धार, बैतूल, रायसेन, इंदौर, भिंड, उज्जैन, छिंदवाड़ा, नीमच, सागर, रतलाम, दमोह, सिवनी और मंदसौर जिलों में कहीं-कहीं तेज आंधी तूफान के साथ पानी गिर सकता है। आने वाले दिनों में प्रदेश के अधिकतम तापमान में दो से 3 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि होने का अनुमान है।