भोपाल। मध्य प्रदेश के इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में युवा मतदाता बड़ी संख्या में हिस्सा लेंगे. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस युवाओं को साधने में पूरा दम लगा रही हैं. बीजेपी सरकार हाल ही में युवा नीति लेकर आई है. वह ‘सीखो कमाओ योजना’ को जोर-शोर से लॉन्च करने की तैयारी में है. इसके तहत स्टूडेंट्स को पढ़ाई के साथ-साथ स्किल डेवलपमेंट के लिए 8-10 हजार रूपए दिए जाएंगे. दूसरी ओर, कांग्रेस सरकार बनने पर सभी खाली सरकारी पदों को भरने के साथ अलग-अलग योजनाओं के तहत युवाओं को रोजगार देने की बात कर रही है.
बीजेपी युवाओं को साधने में लगी
बता दें कि मध्य प्रदेश में ईडब्ल्यूएस से आने वाले युवकों को 10 प्रतिशत आरक्षण के साथ परीक्षा शुल्क में 50 फीसदी की छूट भी दी जा रही है. ईडब्ल्यूएस वर्ग की आबादी 72.60 लाख से अधिक है. इस तरह यह एक बड़ा वोट बैंक है. हालांकि, कांग्रेस इन तमाम योजनाओं को बीजेपी का छल बता रही है. कांग्रेस फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन्स की प्रभारी शोभा ओझा ने कहा कि सरकार समझती है कि युवाओं को लुभावने वादे और लालच देकर अपनी और कर लेगी. लेकिन, ऐसा नहीं होगा.
शोभा ओझा- बीजेपी 18 साल की घोटालेबाज सरकार है
शोभा ओझा ने आगे कहा कि बीजेपी 18 साल की घोटालेबाज सरकार है. व्यापम, नर्सिंग की लड़ाई आज तक जारी है. पीएससी और अन्य कई सारे एग्जाम कंडक्ट होते हैं. बार-बार फीस वसूली जाती है. लेकिन, नौकरी नहीं मिलती. युवा समझदार हैं. जानते हैं कि जब तक सरकार नहीं बदलेंगे, तब तक उनकी तरक्की नहीं हो सकती. बीजेपी बचे हुए 6 महीने में कितनी भी गुलाटियां खा ले, कुछ नहीं होगा. अब युवा बीजेपी के ट्रेप में नहीं फंसेगा.
बीजेपी ने किया पलटवार
कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि कांग्रेस के 15 महीने की सरकार युवाओं ने देख ली है. इन्होंने 4 हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था. लेकिन, सरकार आने के बाद ढोर चराने, बैंड बजाने की ट्रेनिंग दी गई. एक भी रोजगार कमलनाथ सरकार ने युवाओं को नहीं दिया. हमारी सरकार लगातार रोजगार देने का काम कर रही है. अगस्त तक एक लाख रोजगार देंगे. हम युवा नीति लेकर आए हैं. युवाओं को परीक्षा की फीस से लेकर जितने भी लाभ हैं वह दे रहे हैं. कौशल प्रशिक्षण के लिए काम किया जा रहा है. शिवराज सिंह चौहान युवा मुख्यमंत्री हैं और कमलनाथ 76 पार वाले मुख्यमंत्री थे. शिवराज युवाओ की तरह तेजी से काम करते हैं.