Friday, September 20, 2024

MP News: सीहोर जिले के 500 किसानों के खाते में नहीं आई फसल क्षतिपूर्ति की राशि, जांच हुई शुरू

भोपाल। सीहोर जिले के 500 किसानों के खाते में तीन साल से फसल क्षतिपूर्ति की राशि नहीं आई है और शासन को बता दिया कि किसानों के खाते में राशि डाल दी गई है। यह राशि लगभग दो करोड़ रुपए बताई जा रही है। ये गड़बड़ियां महालेखाकार ग्वालियर के ऑडिट में किसानों के नाम मिस मेच होने पर सर्वर में सामने आई। इसके बाद महालेखाकार के निर्देश पर प्रदेश के 14 जिलों में जांच शुरू हुई।

कलेक्टर प्रवीण सिंह ने जांच की शुरू

जिला प्रशासन ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट तैयार कर दोषियों के खिलाफ आरोप भी तय कर लिए हैं, पर अभी उसका खुलासा नहीं किया है। मामला वर्ष 2019, 2020 और 2021 में भारी बारिश, ओलावृष्टि व प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुई फसलों की क्षतिपूर्ति से जुड़ा है। बताया जाता है जो राशि किसानों के खाते में डालनी थी, उसे संबंधित विभाग के अधिकारी व ऑपरेटर ने डाला ही नहीं। कलेक्टर प्रवीण सिंह ने रेहटी, इछावर व आष्टा सहित सीहोर कलेक्ट्रेट के अधिकारियों-कर्मचारियों की टीम बनाकर जांच शुरू कर दी।

रिपोर्ट में क्या आया सामने?

14 जिलों की प्राथमिक जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि मामले में राजस्व विभाग के तहसीलदार, पटवारी सहित कम्प्यूटर ऑपरेटर की भूमिका सामने आ रही है क्योंकि पटवारी ने रिपोर्ट तो सही दी, लेकिन बाद में हितग्राही का खाता बदल दिया गया।

इन जिलों में 15 करोड़ हेराफेरी की संभावना

वहीं बताया जा रहा है कि सीहोर, विदिशा, रायसेन, शिवपुरी, सतना, दमोह, छतरपुर, देवास, खंडवा, सिवनी, मंदसौर, आगर मालवा और श्योपुर में करीब 15 करोड़ से अधिक की राशि की हेराफेरी सामने आने की संभावना है।

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