Thursday, January 30, 2025

Cheetah Day: अतंर्राष्ट्रीय दिवस चीता दिवस जंगल में छोड़े जाएंगे कूनो नेशनल पार्क के अग्नि और वायु

भोपाल। अंतर्राष्ट्रीय चीता दिवस के मौके पर कूनो नेशनल पार्क के चीतों को अब खुले जंगल में छोड़ा जाएगा। पार्क के बड़े बाड़े में बंद चीतों को खुले जंगल में छोड़ने का समय आ गया है। अंतरराष्ट्रीय चीता दिवस पर नर चीता जिसका नाम अग्नि और वायु है को जंगल में छोड़ा जाएगा। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है।

कूनों जंगल का क्षेत्र

चीतों को छोड़ने के दौरान चीता स्टीयरिंग कमेटी के सदस्यों के साथ कूनो पालपुर के सीनियर अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। पहले चीतों को जोड़े में छोड़ने की योजना थी, लेकिन फिलहाल नर चीतों को छोड़ा जाने का फैसला लिया गया है। इसके साथ ही अब पर्यटकों को चीते खुले जंगल में दिखाई देने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाएगी। वन्यजीव विशेषज्ञों के मुताबिक एक चीता के लिए लगभग 100 वर्ग किमी क्षेत्र काफी होता है। कूनो के जंगल का क्षेत्र लगभग 1200 वर्ग किमी का है। जिसमें 748 वर्ग किमी का मुख्य जोन में और 487 किमी बफर जोन बनाया गया है।

चीतों को बाड़े में रखा

1 मार्च, 2023 को पहली बार चीता पवन और आशा को खुले जंगल में छोड़ा गया था। इसके कुछ ही दिन बाद ही चीता गौरव (एल्टन) और शौर्य (फ्रेडी) को जंगलों में छोड़ा गया था। इस दौरान कई बार चीते राजस्थान और मध्य प्रदेश के दूसरे जिलों तक पहुंच जाते थे। इन्हें ट्रैंकुलाइज करके वापस कूनो में लाया जाता। चीतों विशेषज्ञों के मुताबिक चीतों को बार-बार ट्रैंकुलाइज नहीं किया जाना चाहिए। कॉलर आईडी की रगड़ से गर्दन में हुए संक्रमण से हुई एक चीते की मौत के बाद बाहर घूम रहे सभी चीतों को सुरक्षित रखने के लिए बाड़े में बंद कर दिया गया था।

वनमंडल को सौंपी चीते की जिम्मेदारी

इन्हीं कुछ शंकाओ के कारण चीतों को खुले जंगल में छोड़ने पर फैसला लंबे समय से टल रहा था। चीतों को खुले जंगल में छोड़ने से पहले निश्चित किया गया कि चीतों का मूवमेंट जिस राज्य या जिले में होगा तो उसके भोजन और निगरानी की जिम्मेदारी उस राज्य से संबंधित वनमंडल की होगी।

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