Saturday, November 23, 2024

Public Holiday: छठ पूजा के दिन होगी छुट्टी, कलेक्टर ने 7 नवंबर को घोषित किया स्थानीय अवकाश

भोपाल। औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण में यूपी और बिहार के लोग बड़ी संख्या में मध्य प्रदेश के नागदा में निवास करते हैं। इनके बीच छठ महापर्व धूम-धाम से मनाया जाता है। खास बात ये है कि इस बार छठ पूजा को लेकर 7 नवंबर के दिन स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है। अवकाश को लेकर विधायक के पत्र पर कलेक्टर ने अपनी सहमति जताई।

पर्व को धूमधाम से मनाया जाता है

छठ महापर्व यूपी और बिहार का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। यूपी, बिहार के लोग देश के किसी भी हिस्से में हो, वह इस पर्व को धूमधाम से ही मनाते हैं। एमपी के नवादा जिले में यहां दोनों प्रांतों के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं। छठ पर्व लोगों के लिए बहुत महत्व रखता है। छठ पर्व को यूपी, बिहार के साथ-साथ मध्य प्रदेश में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। चंबल तट पर तीन घाट नायन डेम, हनुमान डेम और मेहतवास घाट में सूर्य देव की पूजा-अर्चना कर उन्हें अर्घ्य दिया जाता है।

तीनों घाटों पर मेला जैसा माहौल

छठ पर्व की शाम को तीनों घाटों पर मेले जैसा माहौल होता है। घाट पर महिलाएं सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए इकट्ठा होती है। छठ पूजा में स्थानीय लोग भी शामिल होकर पर्व की बधाई देते हैं। विधायक डा. तेज बहादुर सिंह चौहान से उत्तर प्रदेश और बिहार के संगठनों ने इस दिन छुट्टी की मांग की थी। विधायक ने इसको लेकर कलेक्टर को पत्र लिखा था। कलेक्टर ने 7 नवंबर को स्थानीय अवकाश घोषित कर दिया है। इसको लेकर अशोक साहनी, सुनील साहनी, अजय कुशवाह, जितेन्द्र दुबे, गणेश गुप्ता आदि ने विधायक का आभार जताया है।

36 घंटे का कठिन व्रत

मंगलवार को नहाय खाय के साथ छठ पूजा की शुरूआत हो गई है। 7 नवंबर को व्रती महिलाएं अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देती है। छठ पूजा चार दिवसीय पर्व है। इसका समापन 8 नवंबर को उदय होते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद हो जाएगा। पहले दिन व्रती महिलाएं सुबह स्नान कर एक समय का भोजन करती हैं। 6 नवंबर को छठ पर्व का दूसरा दिन होता है। जिसे खरना कहा जाता है। इस दिन से व्रती महिलाओं को 36 घंटे का कठिन व्रत रखना होता है।

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