भोपाल: मध्य प्रदेश आज 31 अक्टूबर को अपना स्थापना दिवस मना रहा है. इस मौके पर सूबे के मुखिया डॉ. मोहन यादव ने अपने विचार साझा किये और राज्य की जनता को बधाई दी. उन्होंने लिखा कि मध्य प्रदेश के नए स्वरूप की यात्रा को 68 वर्ष हो गए हैं.
दो साल पहले बीमारू राज्य था एमपी
उन्होंने आगे लिखा, “इस सफर में करीब दो दशक पहले तक प्रदेश बीमारू राज्य की श्रेणी में था। विकास के निरंतर प्रयासों से प्रदेश प्रगति के पथ पर आगे बढ़ा। पिछले दस वर्षों में पीएम नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य विकास की राह पर चल पड़ा है और विकसित राज्य की ओर बढ़ रहा है.”
सर्वांगीण विकास की एक नई यात्रा शुरू
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अब हमने जनसेवा, सुशासन और प्रदेश के सर्वांगीण विकास की एक नई यात्रा शुरू की है. प्रदेश की जनता के साथ मिलकर प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
भारत का हृदय
सीएम यादव ने लिखा कि भारत का हृदय, इसका मध्य प्रदेश, वन, जल, भोजन, खनिज, शिल्प, कला, संस्कृति, त्योहारों और परंपराओं से समृद्ध है। हमें पुण्यदायिनी मां नर्मदा का सानिध्य और भगवान महाकालेश्वर का आशीर्वाद प्राप्त है। यह असंख्य वीरों, बलिदानियों एवं राष्ट्रीय संस्कृति के प्रति समर्पित महान विभूतियों की भूमि है। यह भगवान परशुराम की जन्मस्थली, भगवान कृष्ण की शिक्षा स्थली और आदि शंकराचार्य की तपस्थली है।
सीएम ने आगे लिखा-
सीएम ने आगे लिखा कि हमने युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के साथ ही एक लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियों में भर्ती करने का अभियान शुरू किया है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है।
धरती पर कभी जल संकट न हो
सीएम ने आगे लिखा कि मेरा संकल्प है कि राज्य की धरती पर कभी जल संकट न हो, इसका कोना-कोना जल से सिंचित हो. इसके लिए पीएम मोदी के मार्गदर्शन में हमने केन-बेतवा और पार्वती-काली-सिंधचंबल नदी लिंक परियोजनाओं पर तेजी से काम शुरू कर दिया है.