Thursday, November 21, 2024

Visited: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किए महाकालेश्वर ज्योतिलिर्ग मंदिर के दर्शन, प्रांगण में लगाई झाड़ू

भोपाल। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिलिर्ग मंदिर के गर्भगृह में पूजा किया। साथ ही शिवलिंग का जलाभिषेक भी किया। इसके बाद उन्होंने नंदी हॉल में बैठकर ध्यान लगाया। झांझ और डमरू बजाकर उनका स्वागत किया गया। राष्ट्रपति के आगमन पर महाकाल मंदिर को खास तरह से सजाया गया।

ओडिशा के मूर्तिकारों से की चर्चा

इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्म, सीएम डॉ मोहन यादव और राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने महाकाल मंदिर प्रागण में झाड़ू लगाकर श्रमदान किया। राष्ट्रपति ने महाकाल लोक में मूर्ति बनाने का कार्य कर रहे ओडिशा के मूर्तिकारों से भी चर्चा की। इससे पहले राष्ट्रपति ने स्वच्छता मित्रों का सम्मान भी किया। राष्ट्रपति ने आगे कहा कि मैं स्वच्छता मित्रों को सभी देशवासियों की तरफ से धन्यवाद देती हूं। आपकी वजह से यह स्वच्छता अभियान व्यापक विस्तार हुआ है।

रोड कार्य का शिलान्यास किया

द्रौपदी मुर्मू ने इंदौर-उज्जैन सिक्सलेन रोड निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। द्रौपदी मुर्मू ने आगे कहा कि महाकाल की इस धरती को मैं नमन करती हूं। यहां संस्कृति की परंपरा कई समय पहले से कायम है। सीएम मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश की स्वच्छता कर्मचारियों को केंद्र सरकार द्वारा उनके शहर को दी गई रेटिंग के मुताबिक रूपए दिए जाएंगे। जिस शहर की रेटिंग एक होगी। उस शहर के कर्मचारी को 1 हजार रूपए, 2 रेटिंग वाले को 2 हजार रूपए, 3 रेटिंग वाले को 3 हजार दिए जाएंगे।

कई राष्ट्रपति यहां आए

द्रौपदी मुर्मू महाकालेश्व ज्योतिलिर्ग मंदिर में आने वाली देश की 10वीं राष्ट्रपति हैं।द्रौपदी मुर्मू से पहले भी कई राष्ट्रपति अपने कार्यकाल के दौरान यहां आए थे। जिसमें रामनाथ कोविंद, शंकरदयाल शर्मा, प्रणब मुखर्जी, आर वेंकटरमन, प्रतिभा पाटिल, ज्ञानी जेल सिंह, सर्वपल्ली राधाकृष्णन, के.आर नारायणन और राजेन्द्र प्रसाद शामिल हैं। ने इंदौर-उज्जैन सिक्सलेन रोड निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। द्रौपदी मुर्मू ने आगे कहा कि महाकाल की इस धरती को मैं नमन करती हूं। यहां संस्कृति की परंपरा कई समय पहले से कायम है।

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