भोपाल। दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीते कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों के लिए दिक्कत बन गए हैं. चीता ओबान के बाद अब मादा चीता आशा भी बफर जोन से भाग गई है. हालांकि अभी भी अधिकारियों की निगरानी उसपर बनी हुई है. उसे वापस कूनो के अंदर पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा हैं. बुधवार देर शाम उसकी लोकेशन वीरपुर-विजयपुर इलाके के बफर जोन में शो हो रही थी. लेकिन बीते कुछ दिनों से वह कभी जंगल में तो कभी बफर जोन या फिर इससे भी बाहर जा रही है.
अधिकारियों ने क्या कहा?
अधिकारियों के अनुसार वह ज्यादातर नदी नालों के आसपास ही ठहरी हुई है. फिलहाल उसके रेडियो कॉलर के माध्यम से वन विभाग के अधिकारियों की उस पर नजर पैनी नजर हैं. बता दें कि दक्षिण अफ्रीका के दौरे से आने के बाद मादा चीता आशा को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के अवसर पर कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था. इस मौके पर उन्होंने खुद इसको नाम भी दिया था. अधिकारियों का कहना है कि आशा से पहले चीता ओबाना बफर जोन से भाग गया था.
ओबान को भी बफर जोन में लाने का चल रहा प्रयास
बता दें कि ओबान अभी तक वापस जंगल एरिया में नहीं लौटा है. अधिकारियों के अनुसार ओबान की लोकेशन रविवार की सुबह कूनो नेशनल पार्क के बाहर विजयपुर के झाड़ बड़ौदा गांव के आस पास थी. वह लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में सेर कर रहा है. इसके चलते उसने एक गाय और चिंकारा का शिकार कर भोजन कर लिया. अब कूनो की टीम उसे वापस बफर जोन के अंदर लाने की कोशिश में लगी हुई है, लेकिन अभी तक सफलता नहीं लगी है.