भोपाल: एमपी की मोहन यादव सरकार ने उज्जैन में महाकाल लोक विस्तारीकरण को लेकर बड़ा कदम उठाया है. आज शनिवार को इलाके में स्थित सैकड़ों घरों को हटाने के लिए बुलडोजर एक्शन शुरू हो चुका है। यहां प्रशासन ने तकिया मस्जिद इलाके के 257 घरों को हटाने का काम शुरू कर दिया है। कार्रवाई की वजह से एक दिन पहले सभी घरों को नोटिस देकर अनाउंसमेंट करने पर कई लोग अपने-अपने घरों को खाली कर के चले गए, जिस वजह से नगर निगम को अवैध रूप से एक्शन करने में कोई दिक्कत नहीं हुई।
मकानों को खाली करने का मिला था नोटिस
दरअसल, महाकाल लोक विस्तार योजना के चलते शक्ति पथ स्थित तकिया मस्जिद क्षेत्र के अवैध मकानों को ध्वस्त करने का निर्णय लिया गया था। इसके चलते शुक्रवार को प्रशासन ने यहां स्थित 257 मकानों को खाली करने का नोटिस जारी कर मुनादी भी करवाई थी। प्रशासन की तैयारियों को देखते हुए कई लोगों ने रातों-रात अपने मकान खाली कर दिए।
सुबह-सुबह अधिकारियों का जत्था पंहुचा
सुबह एडीएम अनुकूल जैन, एसडीएम, तहसीलदार और नगर निगम के 50 से ज्यादा कर्मचारी 6 जेसीबी और 6 पोक लेन मशीनों और डंपरों के साथ यहां पहुंचे और मकान को गिराना शुरू कर दिया। इस दौरान सुरक्षा के लिए करीब 400 पुलिसकर्मी और अधिकारी भी मौजूद थे, लेकिन किसी ने कार्रवाई का विरोध नहीं किया।
इस वजह से हुई कार्रवाई
बता दें कि यह पूरा इलाका महाकाल मंदिर के 500 मीटर के दायरे में आता है। लेकिन, शक्ति पथ स्थित मस्जिद के पास कॉलोनी में 257 मकान हैं। इन्हें हटाने के लिए पिछले कई सालों से चर्चा चल रही है। प्रशासन ने मकान मालिकों को करीब 66 करोड़ रुपए का मुआवजा भी दिया है। वहीं, 16 मकान मालिकों ने मुआवजा न मिलने पर कोर्ट में केस दायर कर दिया है। बाकी मकानों को तोड़ने की अनुमति मिल गई है। प्रशासन अब उन्हें भी मनाने में जुटा है।