Thursday, December 26, 2024

करोड़पति सिपाही के पास कैश आते ही सोने-चांदी की ईंटें बनवा लेता था! जानें क्यों

भोपाल: राजधानी भोपाल में पूर्व सिपाही सौरभ शर्मा के घर और दफ्तर से मिले आभूषण और चांदी की ईंटों के पीछे लोकायुक्त को चौंकाने वाली जानकारी मिली है। लोकायुक्त सूत्रों की मानें तो सौरभ नकदी के बजाय सोने-चांदी पर ज्यादा भरोसा करता था और ज्यादातर नकदी को सोने या चांदी में बदल देता था। इसके पीछे की वजह इन दोनों धातुओं पर निवेश पर रिटर्न मिलता था।

इस वजह से बनवाया सोने-चांदी की ईंटें

दरअसल, सोना और चांदी ऊंची कीमत पर खरीदा जाता है और बाद में ऊंची कीमत पर बेचा जाता है। यदि चांदी या सोना (ईंटों) के रूप में है तो उस पर कोई मेकिंग चार्ज नहीं लगता है और यही कारण है कि सौरभ के घर से आभूषणों से ज्यादा चांदी और सोना की ईंटे मिली है, जिस पर कोई मेकिंग चार्ज नहीं लगाया जाता है.

करोड़ों के लेनदेन का जिक्र

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सौरभ शर्मा के घर और दफ्तर से मिले दस्तावेजों में करोड़ों के लेनदेन का जिक्र है. जाहिर है कि सौरभ के पास काफी नकदी थी. लेकिन इतनी बड़ी संख्या में नोट रखने के कारण शायद सौरभ को उनके खराब होने का डर था. उसे डर था कि अगर नोट लंबे समय तक रखे रहेंगे, तो दीमक या चूहे उन्हें कुतर सकते हैं, इसलिए वह बचे हुए नकदी से जितनी जल्दी हो सके चांदी या सोने की ईंटें जैसी कठोर धातुएं खरीद लेता था। हालांकि, लोकायुक्त की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन छापे के दौरान इतनी बड़ी संख्या में चांदी की ईंटें मिलने के पीछे लोकायुक्त ने यही वजह बताई.

कई ठिकानों से संपत्तियां बरामद

मध्य प्रदेश परिवहन विभाग के एक पूर्व कांस्टेबल के कई ठिकानों से 7.98 करोड़ रुपये की चल संपत्ति बरामद की गई है, जिसमें 2.87 करोड़ रुपये नकद और 234 किलो चांदी शामिल है। भ्रष्टाचार निरोधक लोकायुक्त पुलिस के शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी. लोकायुक्त की विशेष पुलिस स्थापना (एसपीई) ने पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा के कई ठिकानों से ये संपत्तियां बरामद कर उन्हें जब्त कर लिया है. उन्होंने बताया कि लोकायुक्त पुलिस ने 18 और 19 दिसंबर को शर्मा के आवास और कार्यालय की तलाशी ली थी.

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