भोपाल। एमपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र में शून्य काल के दौरान विपक्षी विधायकों ने संसद में धक्का-मुक्की और राहुल गांधी पर केस दर्ज होने का मामला उठाया है। सत्ता पक्ष के विधायकों ने इसका विरोध किया। हंगामे के चलते कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले कांग्रेस विधायक आज संविधान की प्रतियां लेकर विधानसभा पहुंचे।
अंबेडकर पर दिए बयान का विरोध
वे तीन दिन पहले अमित शाह के संसद में डॉ. भीमराव अंबेडकर पर दिए गए बयान का विरोध जता रहे थे। एमपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन कांग्रेस विधायकों ने संविधान की प्रतियां लेकर विधानसभा पहुंचे। जहां उनकी मांग रही कि अमित शाह संविधान के निर्माता है। भीमराव अबेंडकर पर की गई टिप्पणी के लिए माफी मांगे। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने अंबेडकर का अपमान किया है।
5 सूत्रीय मांग को लेकर प्रदर्शन
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पर झूठा केस दर्ज किया गया है। हमारी मांग है कि यह केस वापस लिया जाए। कांग्रेस विधायकों ने एमपी लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में कथित गड़बड़ी का मुद्दा भी उठाया है। इंदौर में पिछले 2 दिनों से युवाओं द्वारा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया जा रहा है। आज विपक्ष एमपी-पीएससी के मुद्दे को लेकर हंगामा हुआ। इंदौर में एमपी-पीएससी के दफ्तर के बाहर छात्र पिछले दो दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं। पांच सूत्रीय मांगों को लेकर छात्र धरने पर बैठे हैं।