भोपाल। टीबी रोग से जुड़े भ्रम को दूर करने के लिए और लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरुक करने के लिए राज्य सरकार एक अभियान चला रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी भारत को टीबी मुक्त बनाने का संकल्प लिया है, जिसमें राज्य सरकार भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
देश को टीबी मुक्त कराने का संकल्प
राज्य सरकार अपने राज्य में टीबी से जुड़े कई अभियाना चला रही है, जिससे लोग इस बीमारी के प्रति जागरुक और सतर्क हो। सीएम डॉ. मोहन यादव ने इस संबंध में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साल 2018 में देश को टीबी (क्षय रोग) से मुक्त कराने का संकल्प लिया था। लोगों की जिंदगी बचाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के इस अभियान में सहभागिता कर हम सब उनके साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं।
कोई भी इलाज-जांच से वंचित नहीं
मुख्यमंत्री ने बताया, देश को टीबी मुक्त करने के लिए, देश के 347 जिलों में 100 दिवसीय नि-क्षय शिविर अभियान चलाया जा रहा है। इनमें मध्य प्रदेश के 23 जिले शामिल है। जिनमें अनूपपुर, बैतूल, अलीराजपुर, छिंदवाड़ा, छतरपुर, डिंडोरी, नीमच, दमोह, दतिया, मंदसौर, कटनी, खंडवा, जबलपुर, मंडला, नरसिंहपुर, रतलाम, सीहोर, श्योपुर, सिवनी, सीधी, उज्जैन विदिशा और सिंगरौली शामिल हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि सभी की सक्रिय सहभागिता से कोई भी प्रभावित व्यक्ति टीबी की जांच और इलाज से वंचित नहीं रहेगा।
व्यक्ति को मुक्त कराने की कोशिश
टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है। टीबी का इलाज संभव है। टीबी की बीमारी से किसी को डरने की जरूरत नहीं है। हम सब सक्रियता के साथ इस अभियान में भागीदारी करेंगे। हमारे आसपास कोई भी टीबी की बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति हो तो उसे इस अभियान से जरुर जोड़े। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लोगों का जीवन बचाने के लिए शुरू हुआ यह अभियान। टीबी के मरीजों की जान बचाएगा। प्रदेश का हर व्यक्ति एक कार्यकर्ता है। हम सब मिलकर टीबी से प्रभावित व्यक्तियों को इस रोग से मुक्त कराने की कोशिश करेंगे।
संकल्प को सफलता मिलेगी
सबके प्रयासों से देश को टीबी मुक्त बनाया जा सकता है। वहीं प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प को साकार करने में निश्चित ही सफलता मिलेगी।