भोपाल। मध्य प्रदेश के रीवा जिले के मऊगंज से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां रीवा के मऊगंज के चिंगर टोला के प्राथमिक स्कूल में एक शिक्षक ने स्कूल के छुट्टी चाहिए थी। छुट्टी के लिए इन्होंने ऐसा रास्ता ढूढ़ा जो इन पर उल्टा भारी पड़ गया। प्राथमिक स्कूल के एक शिक्षक जिनका नाम हीरालाल है।
एक छात्र को मृत घोषित किया
स्कली टीचर हीरालाल ने छुट्टी पाने के लिए एक तीसरी कक्षा की छात्र को मरा हुआ घोषित कर दिया। स्कूल टीचर ने रजिस्टर में भी छात्रा को मृत दिखाया। बता दें कि यह मामला 7 नवंबर का है। हीरालाल पटेल को कहीं पर जाना थी। जिस वजह से उन्हें छुट्टी चाहिए थी। खुद छुट्टी लेने की बजाय उन्होंने पूरे स्कूल को छुट्टी दिलाने की कोशिश की। स्कूल के रजिस्टर में उन्होंने अपनी ही क्लास तीन के एक छात्र को मरा हुआ घोषित कर दिया। स्कूल के रजिस्टर में उन्होंने लिख दिया कि हमारे स्कूल के कक्षा तीन के छात्र जितेंद्र कोरी की किसी वजह से मृत्यु हो गई है।
छात्र का अंतिम संस्कार होना है
दोपहर के 2 बजे उनका अंतिम संस्कार होना है। स्कूल बंद करके मुझे वहां जाना है और उसके अंतिम संस्कार में शामिल होना है। हीरालाल पटेल इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने अपने द्वारा लिखी गई जितेंद्र कोरी झूठी मौत की खबर को स्कूल के ग्रुप में वायरल भी कर दिया। इस बात की जानकारी एक टीचर को हो गई। उन्होंने जितेंद्र कोरी के पिता राम सरोज कोरी को फोन लगाया और उनसे इस बारे में पूछा कि आपका बेटा बीमार था क्या, आखिर उसको हुआ क्या था, उसकी कैसे मौत हो गई।
बेटा घर पर ही था
राम सरोज कोरी घबरा गए क्योंकि उनका बेटा पूरी तरह से स्वस्थ है। वह घर में उसको अच्छा खासा खेलता हुए देखकर आए थे। वह जल्दबाजी में अपने घर की ओर भागकर गए। बेटे को ठीक-ठाक देखकर राहत की सांस ली। बेटा घर पर ही था।