भोपाल। अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच चल रही तीखी बहस खत्म हो गई है। दोनों उम्मीदवारों की पूरी डिबेट में गर्भपात का मुद्दा अहम बताया जा रहा है। इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने गर्भपात के मुद्दे पर डेमोक्रेट्स को ‘कट्टरपंथी’ करार दिया है।
दोनों उम्मीदवारों की तीखी बहस
दूसरी ओर कमला हैरिस ने ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि ट्रंप राष्ट्रीय गर्भपात प्रतिबंध योजना पर काम कर रहे हैं। गरमागरम बहस में ट्रंप ने डेमोक्रेटिक गर्भपात नीतियों का विरोध किया , जबकि हैरिस ने उनके गर्भपात विरोधी सुप्रीम कोर्ट की नियुक्तियों पर प्रकाश डाला। आइए जानते हैं किन-किन मुद्दों पर हुई दोनों की चर्चा।
इन मुद्दों पर हुई बहस
राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच लंबी बहस चली। बहस गर्भपात के अधिकार, सीमा मुद्दों और अर्थव्यवस्था को लेकर गहन चर्चा हुई।
अमेरिका में जनता के लिए सबसे जरूरी मुद्दों में से एक गर्भपात पर चर्चा करते हुए पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि डेमोक्रेट इस मुद्दे पर कट्टरपंथी है।
दोनों नेताओं के हाथ मिलाने से शुरू हुई चर्चा की शुरूआत अर्थव्यवस्था से संबंधित एक सवाल से हुई। जिसका पहला जवाब कमला हैरिस ने दिया। उन्होंने कहा कि उनकी योजना अवसर अर्थव्यवस्था बनाने की है। उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रंप अरबपतियों और निगमों के लिए टैक्स में कटौती करेंगे।
अपराध के मामले पर कमला हैरिस ने ट्रंप को घेरते हुए कहा कि बाइडेन प्रशासन में अपराध में वृद्धि की बात कही जा रही है। बल्कि संघीय आंकड़े इससे उल्टे है। हैरिस ने कहा कि ट्रंप के ऊपर राष्ट्रीय सुरक्षा अपराध आर्थिक अपराध और चुनाव में दखल के लिए केस चल रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडेन पर हमला बोला है। कमला हैरिस ने कहा कि ट्रंप को याद रखना चाहिए कि वे जो बाइडेन नहीं बल्कि कमला हैरिस के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
यूक्रेन युद्ध पर बोलते हुए ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन और रूस युद्ध समाप्त कराने में कमला हैरिस नाकाम रही है। हैरिस ने कहा कि नाटो सहयोगी खुश है कि ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति नहीं है।