भोपाल। यूपी के एक युवक ने जान देने की कोशिश की। अपनी जान देने के लिए युवक ने शिप्रा नदी में छलांग लगा दी। इसके बाद एसडीआरएफ (SDRF) की टीम ने युवक को सही-सलामत बाहर निकाला। इसके अतिरिक्त टीम ने एक अन्य युवक को भी डूबने से बचाया। इन दोनों घटनाओं को टालने के बाद शिप्रा नदी में तिरंगा रैली निकाली गई। एसडीआरएफ के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट संतोष जाट का कहना है कि शिप्रा नदी में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान कर भगवान महाकाल के दर्शन किए।
SDRF की टीम ने लोगों को बचाया
डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट संतोष का कहना है कि इस दौरान एसडीआरएफ की टीम श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए घाटों पर मौजूद थी। इसी बीच यूपी के बांदा के रहने वाले रमेश कुमार ने आत्महत्या के इरादे से नदी में छलांग लगा दी। उसे डूबता देखकर एसडीआरएफ के जवानों ने उसे बचाने के लिए वर्दी में ही छलांग लगाई। एसडीआरएफ के जवानों ने रमेश कुमार को नदी से बाहर निकाला। जिसके बाद रमेश को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसी तरह देवास के स्थानीय निवासी संतोष नाम का युवक नहाते समय नदी में गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। इसे भी एसडीआरएफ के जवानों ने सही-सलामत बाहर निकाला।
40 से ज्यादा लोगों को बचाया
राहत और बचाव को लेकर डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट संतोष जाट ने कहा कि पिछले एक महीने में 40 से ज्यादा लोगों को एसडीईआरएफ की टीम ने बचाया। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत जिले में हर घर तिरंगा अभियान के तहत अलग-अलग गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इसी अभियान के तहत मोटरबोट तिरंगा रैली का आयोजन किया गया। जिसे रामघाट पर एसडीईआरएफ की टीम के जरिए किया गया।