भोपाल : आज सोमवार को राज्यसभा में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विपक्षी दल कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है। राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा मैंने कहा था कि मुझे छेड़ोगे तो छोडूंगा नहीं. आगे कहा कि जब अलग-अलग प्रदेशों में कांग्रेस की सरकार थी, तब किसान मारे गए थे. साथ ही कहा कि सामने दिग्विजय सिंह बैठे हैं, इनके हाथ खून से सने हुए हैं. चौबीस-चौबीस किसानों को मार दिया गया.
आज कृषि मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा हुई
आज राज्यसभा में कार्रवाही के दौरान कृषि मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा हुई. हालांकि शुक्रवार को भी कृषि मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा हुई थी लेकिन कुछ अधूरे रह गए। इस दौरान कृषि मंत्री ने अपने जवाब को आगे बढ़ाते हुए कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि से न केवल छोटे और सीमांत किसान सशक्त हुए बल्कि उनका सम्मान भी बढ़ाया गया है।
सदन में आज उठा किसानों पर गोलीबारी का मुद्दा
सदन में जब चौहान जवाब दे रहे थे तब कांग्रेस के मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने उन्हें कई बार रोकना चाहा और बीजेपी सरकार के ऊपर किसानों पर गोलियों से भुनने का आरोप भी लगाया. कृषि मंत्री ने इस पर कहा, ‘मैंने पहले ही कहा था कि मुझे छेड़ो मत. अगर छेड़ा तो छोडूंगा नहीं.’ चौहान ने मध्य प्रदेश में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के कार्यकाल समेत कांग्रेस की अलग-अलग सरकारों के शासन काल में किसानों को गोली से भुनने की अलग-अलग घटनाओं का हवाला दिया.
गिनाया कांग्रेस सरकार में कितने किसान मारे गए
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सदन में कांग्रेस शासन के दौरान हुए गोलीबारी का हवाला देते हुए कहा कि वर्ष 1986 में जब बिहार में कांग्रेस सरकार थी, तब गोलीकांड में 23 किसानों की जान गई थी। 1988 में दिल्ली में इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर गोलीबारी हुई थी, उसमें दो किसानों ने अपनी जान गंवाई. 1988 में ही मेरठ में किसानों पर गोली चली थी और 5 किसान दम तोड़ दिए थे. 23 अगस्त 1995 में हरियाणा में कांग्रेस सरकार ने गोलीबारी करवाई थी, जिसमें 6 किसान ने दम तोड़ दिए थे. 19 जनवरी 1998 को मुलताई, मध्य प्रदेश में किसानों पर गोलीबारी हुई, उस दौरान भी कांग्रेस की सरकार थी, उस समय भी 24 किसान मारे गए.