Sunday, September 8, 2024

Food Plate Cost: आटा दाल समेत आलू-प्याज की बढ़ती कीमतों से खाने की थाली पर पड़ा असर

भोपाल। राशन और सब्जियों की बढ़ती कीमतों से आम आदमी की रसोई(Food Plate Cost) का बजट गड़बड़ा गया है। आटा-दाल और सब्जियों की महंगाई से मध्यम वर्म के लोगों को खासा परेशान कर रही है। मध्य प्रदेश में आमतौर पर ज्यादा उपयोग की जाने वाली तुवर दाल 200 रुपये किलो तक बिक रही है और वहीं मूंग दाल भी सवा सौ रुपये किलो बिक रही है। जो अपनी दाम की सामान्य सीमा को पार कर चुकी है।

खाद्य पदार्थों की बढ़ी मांग से परेशान लोग

गर्मी का मौसम नए गेहूं की आवक का होता है। लेकिन इस मौसम में महंगे हुए आटे ने भी लोगों को परेशान कर दिया है। थाली को मंहग करने में आलू-प्याज के साथ आटे-दाल ने बखूबी साथ निभाया है। हालांकि तेल और शक्कर के दामों में कुछ राहत मिली है। मंगलवार को इंदौर के खेरची बाजार में सामान्य क्वालिटी का आटा 30 से 31 रुपये किलो और वहीं आलू-प्याज 35-40 रुपये किलो बिकें। बीते साल के इन्हीं दिनों की तुलना की जाए तो सामान्य थाली की महंगाई लोगों को हैरान कर रही है। बीते जून में इंदौर और प्रदेश के आम खेरची बाजार में गेहूं का आटा 27 रुपये प्रति किलो जबकि दालें 80 से 150 रुपये प्रति किलो के दाम पर बिक रही थी। आम चुनाव के मौसम में खाद्य पदार्थों की बढ़ी हुई महंगाई सिस्टम पर भी सवाल खड़ा कर रही है। आलू-प्याज के दाम भी बीते साल जून में मौजूदा दामों के मुकाबले करीब आधे थे।

खाने में दामों में और बढ़ोत्तरी होने की संभावना

आटा के थोक कारोबारी मुकेश चौहान के अनुसार दो दिन में थोक बाजार में आटा के दाम 50 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ गए हैं। मंगलवार को थोक बाजार में ही आटा 2950 से 3000 रुपये तक पहुंच गया। यानी खेरची में खाने की चीजें अभी और महंगी होने वाली है। तीन हजार रुपये क्विंटल के पार आटा के भाव होना सामान्य बात नहीं है।। बीते साल दीवाली के आसपास आटा तीन हजार रुपये से ऊपर बिका तो सरकार ने नियंत्रण के कदम उठाए थे। अभी त्योहार की मांग भी नहीं है लेकिन नई फसल के गेहूं की मंडियों में आवक कम है ऐसे में दाम बढ़ रहे हैं।

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