भोपाल। शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के सफल मंत्रियों में से एक हैं। ऐसे मोदी 3.0 सरकार में उन्हें कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई हैं। इसके अलावा उन्हें एक और मंत्रालय दिया गया है। देश को एनडीए गठबंधन वाली नई सरकार मिली है। सोमवारकी शाम को सभी मंत्रियों के विभाग के बंटवारे कर दिए गए हैं। नई मोदी सरकार में मध्य प्रदेश से 3 कैबिनेट और 2 राज्य मंत्री चुने गए हैं। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्रालय दिया गया हैं।
शपथ ग्रहण समारोह पहली पंक्ति में आए नजर
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की बड़ी जीत मिली। शिवराज सिंह की छवि ने पार्टी में उनका कद और बढ़ा दिया है। पीएम मोदी और मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में शिवराज सिंह मंच पर सबसे पहली लाइन में नजर आए थे। वह पीएम मोदी के बाद छठे नंबर की कुर्सी पर बैठे थे । छठे नंबर पर ही उन्होंने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी। वे भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बाद बैठे थे। ऐसे में यह साफ है कि भाजपा में उनका कद काफी बड़ा हो गया है। प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को कृषि मंत्रालय दिया गया है। यह लगभग पहले से ही तय हो चुका था। हालांकि, गठबंधन पार्टियों की तरफ से भी इस मंत्रालय की मांग की गई थी, लेकिन भाजपा अपनी बात मनवाने में कामयाब रही। इसके अलावा एक और ग्रामीण विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी शिवराज सिंह चौहान को दी गई है।
किसानों की बेहतरी के लिए करेंगे काम
मप्र के मुख्यमंत्री रहते शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में कृषि क्षेत्र और किसानों के लिए कई बड़े काम किए हैं, जिसका उन्हें सरकार में फायदा मिला है। उनके कार्यकाल में प्रदेश को सात बार कृषि कर्मण अवॉर्ड मिला है। उनकी इसी कार्यप्रणाली को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार में उन्हें इस अहम मंत्रालयों में से एक कृषि मंत्रालय की जिम्मेदारी दी हैं। वहीं, शिवराज के पास मौजूद दूसरा मंत्रालय ग्रामीण विकास का है जो कई मायने में अहम माना जाता है। इन दोनों विभागों का बजट करीब 3.07 लाख करोड़ है। ऐसे में यह स्पष्ट है कि मध्य प्रदेश में मामा के नाम से मशहूर शिवराज अब देश के किसानों के भाई बनकर उनके विकास के लिए कार्य करेंगे और उनकी समस्याओं को हल करेंगे।