भोपाल। लोकसभा चुनाव के बीच मध्य प्रदेश में उज्जैन की शिप्रा नदी (Ujjain Shipra River) में प्रदूषण को लेकर कांग्रेस ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया था। यही नहीं कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार ने शिप्रा नदी में मिल रहे नाले के पानी को लेकर प्रदर्शन किया था। कांग्रेस ने ये दावा किया था कि शिप्रा नदी काफी प्रदूषित है और इसमें डुबकी लगाना मुश्किल है।
शिप्रा नदी में सीएम मोहन ने लगाई डुबकी
वहीं इस आरोप का जवाब देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव खुद ही शिप्रा नदी (Ujjain Shipra River) में उतर गए। उन्होंने उज्जैन पहुंचकर सबसे पहले शिप्रा नदी में डुबकी लगाई और तैरीकी की। इसके बाद वो अपने अगले कार्यक्रम की ओर बढ़े। सीएम मोहन यादव ने कहा कि आज मैंने मां शिप्रा के किनारे आकर स्नान किया। कल से यहां पंचकोशी की बड़ी परिक्रमा प्रारंभ होगी उसमें लोग आस्था और श्रद्धा से आते हैं। उज्जैन में हमारी सरकार द्वारा किए गए काम के कारण उज्जैन में पूरे साल नदी का जल मिल रहा है, मुझे इस बात का संतोष है। आज से 20 साल पहले यहां नवंबर दिसंबर के पानी नहीं मिलता था।
बता दें कि विधानसभा चुनाव हो या फिर लोकसभा चुनाव उज्जैन में शिप्रा नदी का मुद्दा हमेशा से भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच उठता है। इस बार भी लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस शिप्रा नदी प्रदूषण को लेकर बीजपी पर निशाना साध रही है। जबकि दूसरी तरफ बीजेपी ने भी कांग्रेस को करारा जवाब दिया है। गौरतलब है कि बीते दिनों कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार ने शिप्रा नदी में डुबकी लगाते हुए, नदी में नालों के मिलने को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने यह भी कहा था कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव खुद शिप्रा नदी में स्नान कर स्थिति से वाकिफ हो सकते हैं। इन्हीं आरोपों के जवाब में आज सीएम मोहन यादव ने शिप्रा नदी में डुबकी लगाई।
शिप्रा-नर्मदा लिंक योजना
बता दें कि शिप्रा नदी को प्रवाहमान बनाने के लिए जमकर राजनीति होती आई है। ऐसे में शिप्रा नर्मदा लिंक योजना को लेकर भी दिग्विजय सिंह सरकार से लेकर शिवराज सिंह चौहान की सरकार तक हमेशा बयानबाजी देखी जाती रही है। हालांकि, नर्मदा-शिप्रा लिंक योजना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में पूरी हो गई थी।